बालोद: पिछले 20 दिनों से किसान भूख हड़ताल कर प्रदर्शन कर रहे हैं. movement of farmers in balod हड़ताल कर रहे लोगों ने बताया कि "जिला कलेक्टर बालोद ने लिखित आदेश दिया है कि सभी 42 किसानों, BSP accused of disobeying collectors orders जो महामाया माइंस से निकलने वाले लाल पानी से प्रभावित हैं, उनको बीएसपी की तरफ से जून 2020 तक स्थाई काम दिया जाये. लेकिन भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रबंधन द्वारा बालोद कलेक्टर के आदेशों की अवहेलना की जा रही है."
बीएसपी प्रबंधन ने नहीं ली हड़तालियों की सुध: कर रहे लोगों का कहना है कि "बीएसपी प्रबंधन (bhilai steel plant) ने अब तक उनकी मांगों की ओर किसी तरह का कोई ध्यान नहीं दिया है. balod news हड़ताल कर रहे लोगों ने प्रबंधन पर आरोप लगाया कि कोई भी जिम्मेदार अधिकारी अब तक भूख हड़ताल कर रहे लोगों से जानकारी लेने भी नहीं पहुंचा है.
20 दिन बाद आंदोलन हुआ उग्र: प्रबंधन की तरफ से कोई भी सकारात्मक पहल नहीं होने के कारण शान्ति पूर्ण तरीके से चल रहा आंदोलन उग्र हो गया है. शुक्रवार को दल्ली राजहरा के माइंस ऑफिस के पास हजारों की संख्या में जन मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए. महामाया नलकसा पर सभी क्रमिक भूख हड़ताल के रूप में विरोध दर्ज करा रहे हैं. शाम तक कोई भी निर्णय नहीं होने के कारण सभी आंदोलनकारी धरना स्थल दल्ली राजहरा के माइंस ऑफिस गेट के सामने पंडाल लगा कर यहीं धरने पर बैठ गये हैं.
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किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी: बालोद के कई किसान राजीव गांधी किसान न्याय योजना के लाभ से वंचित हैं. Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana बालोद के भानपुरी गांव के किसान हिरदे राम ने प्रशासन पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कई बर वे इस समस्या की शिकायत कर चुके हैं. Balod news update लेकिन इसके बाद भी इसका कोई हल नहीं निकला है. सोमवार को किसानों ने पंचायत प्रतिनिधियों के साथ कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. उन्होंने आपनी मांग पूरी नहीं होने पर कलेक्ट्रेट परिसर पर आंदोलन की चेतावनी दी