बालोद: कोरोना महामारी के बीच 72वें गणतंत्र दिवस का जश्न धूमधाम से मनाया जा रहा है. जिले के पुलिस लाइन में ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत ने गणतंत्र दिवास समारोह में ध्वजारोहण कर तिरंगे की सलामी ली. साथ ही प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी.
ध्वजारोहण के बाद मुख्य अतिथि अमरजीत भगत ने मुख्यमंत्री का संदेश वाचन किया. संदेश की शुरुआत में उन्होंने परलकोट विद्रोह के नायक अमर शहीद गेंदसिंह और उनके साथियों को नमन किया. संदेश वाचन के बाद गुब्बारों का उड़ाया गया. इसके बाद जिले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले और कोरोना वारियर्स सम्मानित किया. इस दौरान स्थानीय विधायक संगीत सिन्हा भी मौजूद रहे.
हमारे संविधान की विशेषता
मंत्री अमरजीत भगत ने कहा की हमारे संविधान की सबसे बॉडीज बात यह है कि इसे हम भारत के लोगों ने स्वयं बनाया है और स्वयं को समर्पित किया है. इस अवसर पर डॉक्टर अंबेडकर ने कहा था कि "मैं महसूस करता हूं कि संविधान चाहे कितना भी अच्छा क्यों ना हो यदि वे लोग जिन्हें संविधान को अमल में लाने का काम सौंपा जाय, खराब निकले तो निश्चित रूप से संविधान भी खराब सिद्ध होगा."
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जनहित से जुड़ी योजनाएं
मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यहां जल संसाधनों का विकास हो रहा है. यहां बाड़ी विस्तार से घरों में सब्जियां उग रही है. वर्मी कम्पोस्ट से जैविक उत्पादन हो रहा है. हमारी योजनाओं से महिलाओं और युवा साथी जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने बस्तर जैसे क्षेत्रों में विभिन्न कार्य किये हैं. साथ ही क्षेत्र के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने लघु उद्योगों की स्थापना की स्थानीय लोगों को जोड़कर 4 कारखाने शुरू किए हैं. उन्होंने कहा कि आमचो बस्तर योजना स्वावलंबन का नया प्रतीक है. वनोपज, धान खरीदी , शिक्षा स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सरकार ने क्रांतिकारी प्रयास किये हैं. जिसका परिणाम देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कृत्रिम सजावट को ध्यान में ना रखकर जमीन से योजनाओं को जोड़ने की कोशिश की है.