बालोद: कोरोना काल में त्योहारों को लेकर गाइडलाइन जारी किए गए हैं. नवरात्रि में पंडाल की बात करें या मूर्ति के आकार की सभी को कम कर दिया गया है. इस बार रावण का कद भी छोटा हो चुका है.इस छोटे हुए कद का प्रभाव पुतले बनाने वाले कारीगरों पर देखने को मिल रहा है. कारीगरों ने बताया कि इस बार प्रशासन ने अधिकतम 10 फीट की ऊंचाई वाले पुतले बनाने संबंधी आदेश जारी किया है.
पढ़ें-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों की दी दशहरा पर्व की शुभकामनाएं
कोरोना वायरस ने इस साल रावण का कद छोटा कर दिया है.इस बार दशहरा पर्व को लेकर कई तरह के गाइडलाइन जारी किए हैं.रावण दहन के दौरान केवल 50 लोगों की ही मौजूदगी की मंजूरी दी गई है. रावण दहन के दौरान केवल दशहरा उत्सव समिति के लोग ही वहां मौजूद रहेंगे.
पहले बनती थी 35 - 40 फीट मूर्तियां
मूर्तिकार वीरु यादव ने बताया कि पहले बालोद नगर पालिका में 35 से 40 फीट की मूर्तियां हम लोग बनाया करते थे. इस बार केवल 10 फीट मूर्ति बनाने का आदेश नगर पालिका के माध्यम से आया है. जितनी मेहनत हम इन मूर्तियों को बनाने में कर रहे हैं उतना हमें फल नहीं मिल पा रहा है. हम इस कार्य से जुड़े हैं तो हमें करना ही पड़ रहा है.
सरदार वल्लभ भाई पटेल मैदान में मनाया जाएगा दशहरा
बालोद नगर पालिका ने राज्य दशहरा उत्सव समिति के माध्यम से सरदार वल्लभभाई पटेल मैदान में दशहरा उत्सव मनाया जाता है. प्रत्येक वर्ष यहां पर सैकड़ों लोगों की भीड़ मौजूद रहती थी. इस बार केवल दशहरा उत्सव समिति की मौजूदगी में रावण दहन किया जाएगा. जिसे लेकर सरदार वल्लभभाई पटेल मैदान में बैरिकेडिंग की जा रही है.
जिलेभर के लोग होते थे शामिल
बालोद नगर पालिका में राज दशहरा उत्सव भव्य रूप से मनाया जाता था. जहां पूरे जिलेभर के लोग शामिल होते थे. इस बार तो स्थानीय लोगों को ही शामिल होने नहीं दिया जा रहा है. मेले का आयोजन नहीं होने की वजह से इस बार व्यापार में लाभ नहीं मिल पाएगा.