बालोद : जिले के लकड़ी कारोबारियों की ओर से लकड़ियों को छुपाने के लिए पोहा मिल में प्रतिबंधित लकड़ियों का स्टॉक किया जा रहा था, ताकि विभाग की नजर से इसे बचाया जा सके. लेकिन जिला वन मंडल अधिकारी के निर्देशन पर वन परिक्षेत्र डौंडीलोहारा और राजस्व अमले की ओर से संयुक्त कार्रवाई करते हुए लगभग 2 ट्रक प्रतिबंधित कहवा की लकड़ी जब्त की है.
वन विभाग की ओर से लगातार पेट्रोलिंग कर छापेमारी की जा रही थी. इसी के तहत जिले के बड़गांव में पोहा मिल में प्रतिबंधित लकड़ी स्टॉक किए जाने पर अधिकारियों ने छापेमारी की. वहीं वन मंडल अधिकारी ने बताया कि, 'अभी कार्रवाई चल रही है, कार्रवाई पूरी होने के बाद लकड़ी की मात्रा का सही अंदाजा लग पाएगा'.
आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई
वन मंडल अधिकारी ने बताया कि लकड़ी के पड़े होने की सूचना हमें मिली थी, जिसके बाद उसकी सही-सही जानकारी ली गई. इसके बाद लकड़ी के परिवहन आदि की बात भी सामने आई, जिसके तहत यह कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी.
पोहा मिल में होता है लकड़ी का कारोबार
वन मंडल अधिकारी ने बताया कि, फोन पर मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई की जा रही है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बालोद एक ऐसा जिला है, जहां पोहा आदि के मिलों में भी लकड़ी का कारोबार किया जा रहा है, जो कि सही नहीं है. उन्होंने लगातार ऐसी मिलों पर कार्रवाई करने की बात कही है. इस कार्रवाई के बाद से लकड़ी कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है. बता दें कि प्रतिबंधित लकड़ियों को छुपाने के लिए आरा मिल के साथ-साथ पोहा मिल भी कारोबारियों का अड्डा बन गया है.