बालोद : कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में जिले के टॉपर्स बच्चों के साथ उनके पैरेंट्स भी मौजूद थे.कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने सभी को मोटिवेट किया. कलेक्टर ने अपने जीवन की सच्चाइयों और अनुभवों को बच्चों के सामने रखा. इसके बाद बच्चों के साथ अपने कमरे में टेबल लगाकर दोपहर का लंच किया.
कलेक्टर ने टॉपर्स का बढ़ाया हौंसला : बालोद कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने बच्चों को मोटिवेट किया. बच्चों ने कलेक्टर कुलदीप शर्मा से कहा कि वो बड़े होकर उन्हीं की तरह अधिकारी बनना चाहते हैं. जिसके बाद कुलदीप शर्मा ने बच्चों को कहा कि आज मैं जिस कुर्सी पर बैठा हूं.आज से 10 साल बाद मैं आपको इसी कुर्सी पर बैठे देखना चाहता हूं.असली कठिनाई तब आएगी जब लोग आपके सपनों को हंसी मजाक में देखेंगे.लेकिन आपको सारी बाधाओं को पार करके अपने लक्ष्य के प्रति तटस्थ रहना होगा.परसेंटेज के कोई मायने नहीं रहते बस अपने स्किल के दम पर आगे बढ़िए.
टॉपर्स बनना चाहती हैं कलेक्टर : बालोद जिले के इतिहास में ऐसा नजारा पहली बार देखने को मिला जब कलेक्टर के कक्ष में बच्चों के लिए टेबल लगे और बच्चों ने कलेक्टर के साथ भोजन किया. टॉपर रही दिव्य साहू ने बताया कि '' मैं कलेक्टर बनने का सपना देख रही हूं और इसकी शुरुआत आज कलेक्टर के साथ लंच करके हुई है. मैं बहुत एक्साइटेड हूं और आज उनके साथ समय बिता कर मुझे बहुत अच्छा लगा है.''
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कलेक्टर ने बच्चों को दिए टिप्स : आपको बता दें कि जब बच्चे कलेक्टर के साथ लंच करने बैठे थे तो कलेक्टर ने बड़े ही फ्रेंडली होकर बच्चों से बात की.कलेक्टर ने बच्चों को बताया कि कैसे दो रुपए किलो गोबर से लेकर करोड़ों रुपए के इंफ्रास्ट्रक्चर के काम कलेक्टर के अधीन होते हैं. इस पावर की अहमियत समझनी होगी.सिविल सर्विसेज के प्रति जागरुक और सजग रहें.