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लिव इन रिलेशनशिप को किरणमयी नायक ने माना खतरनाक वायरस

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Published : Aug 16, 2022, 6:44 PM IST

छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने लिव इन रिलेशनशिप को खतरनाक वायरस माना है.

Kiranmayi Nayak considers live in relationship a dangerous virus
लिव इन रिलेशनशिप को किरणमयी नायक ने माना खतरनाक वायरस

बालोद : छत्तीसगढ़ शासन राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष किरणमई नायक बालोद जिले के दौरे पर (chhattisgarh state women commission chair kiranmayi nayak) थी. जहां पर उन्होंने आयोग में दर्ज हुए मामलों की सुनवाई की साथ ही उन्होंने पक्षकारों को आपसी सहमति जैसे कई व्यक्तिगत राय भी दिए. इसमें से एक प्रमुख मामला राजनीति से प्रेरित था. महिला आयोग के अध्यक्ष ने बड़े ही तीखे शब्दों में लिव इन रिलेशनशिप की आलोचना की और झूठी शिकायत करने वाली महिलाओं को लेकर भी बोला. उन्होंने समझाया की महिलाएं झूठी शिकायत ना (Balod Mahila Aayog Kiranmayi Nayak) करें.

लिव इन रिलेशनशिप को किरणमयी नायक ने माना खतरनाक वायरस


9 केस हुए नस्तीबद्ध :
आपको बता दें कि महिला आयोग के निर्देशन में बालोद जिला कार्यालय कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में महिला आयोग द्वारा सुनवाई की गई. बालोद जिले से कुल 21 मामले दर्ज हुए थे जिसमें से 9 मामले नस्तीबद्ध किए गए और 3 मामलों को रायपुर शिफ्ट किया गया.
लगातार हो रहा निराकरण :छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष किरणमई नायक ने जानकारी देते हुए बताया कि '' पूरे प्रदेश में लगातार महिला आयोग द्वारा कार्य किया जा रहा है. अब तक हमें 29100 आवेदन प्राप्त हुए थे. जिसमें से 9 आवेदनों को सफलतम रुप से निराकरण कर दिया गया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कई मामले ऐसे हैं जिनका निराकरण 5 मिनट में भी किया गया है. जो हमारे स्तर से बड़े मामले आते हैं उन्हें हम अपने स्तर पर समझाइश करने की कोशिश करते हैं अन्यथा हाई कोर्ट या न्यायालय की शरण में भेज देते हैं."


जागरूकता अभियान की करेंगे शुरुआत : राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि '' बीते 2 वर्षों तक को रोना काल का साया रहा इस दौरान हमने भी किसी तरह का जागरूकता कार्यक्रम नहीं चलाया है. अब हमने मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूरे प्रदेश में जागरूकता रथ की शुरुआत की है. इसे हम महतारी न्याय रथ का नाम दिए हुए हैं.''

महिलाएं ऑनलाइन कर सकती है शिकायत :आयोग ने जानकारी देते हुए बताया कि ''कई महिलाएं ऐसी रहती है जो कि घर से निकल नहीं पाते और उन्हें कई सारी दिक्कतें रहती है. तो उनके लिए हम ऑनलाइन माध्यम भी रखे हैं. व्हाट्सएप से भी शिकायत की सुविधा रखी गई है. ईमेल आईडी जारी किया है. जल्द ही हम एक मोबाइल एप लांच करने वाले हैं. जिसका संचालन राज्य महिला आयोग द्वारा किया जाएगा.''

झूठी शिकायतों पर भी रहती है नजर :छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष किरणमई नायक ने तीखे शब्दों में कहा कि झूठी शिकायत करने वाली महिलाओं पर भी आयोग की नजर रहती है. इसमें पुरुषों के साथ भेदभाव जैसा कोई व्यवहार नहीं किया जाता. उन्होंने कहा कि समाज में एक गंदी परिस्थिति निर्मित हो रही है वह है लिव इन रिलेशनशिप. यह पाश्चात्य सभ्यता है और जब विवाह का समय आता है तो लोग इसे सनातन संस्कृति के रूप में देखना चाहते हैं. और जब बात नहीं बनती तो इसे अवैध संबंध इलीगल रिलेशन ऐसे नाम दिए जाते हैं.''

बालोद : छत्तीसगढ़ शासन राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष किरणमई नायक बालोद जिले के दौरे पर (chhattisgarh state women commission chair kiranmayi nayak) थी. जहां पर उन्होंने आयोग में दर्ज हुए मामलों की सुनवाई की साथ ही उन्होंने पक्षकारों को आपसी सहमति जैसे कई व्यक्तिगत राय भी दिए. इसमें से एक प्रमुख मामला राजनीति से प्रेरित था. महिला आयोग के अध्यक्ष ने बड़े ही तीखे शब्दों में लिव इन रिलेशनशिप की आलोचना की और झूठी शिकायत करने वाली महिलाओं को लेकर भी बोला. उन्होंने समझाया की महिलाएं झूठी शिकायत ना (Balod Mahila Aayog Kiranmayi Nayak) करें.

लिव इन रिलेशनशिप को किरणमयी नायक ने माना खतरनाक वायरस


9 केस हुए नस्तीबद्ध :
आपको बता दें कि महिला आयोग के निर्देशन में बालोद जिला कार्यालय कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में महिला आयोग द्वारा सुनवाई की गई. बालोद जिले से कुल 21 मामले दर्ज हुए थे जिसमें से 9 मामले नस्तीबद्ध किए गए और 3 मामलों को रायपुर शिफ्ट किया गया.
लगातार हो रहा निराकरण :छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष किरणमई नायक ने जानकारी देते हुए बताया कि '' पूरे प्रदेश में लगातार महिला आयोग द्वारा कार्य किया जा रहा है. अब तक हमें 29100 आवेदन प्राप्त हुए थे. जिसमें से 9 आवेदनों को सफलतम रुप से निराकरण कर दिया गया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कई मामले ऐसे हैं जिनका निराकरण 5 मिनट में भी किया गया है. जो हमारे स्तर से बड़े मामले आते हैं उन्हें हम अपने स्तर पर समझाइश करने की कोशिश करते हैं अन्यथा हाई कोर्ट या न्यायालय की शरण में भेज देते हैं."


जागरूकता अभियान की करेंगे शुरुआत : राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि '' बीते 2 वर्षों तक को रोना काल का साया रहा इस दौरान हमने भी किसी तरह का जागरूकता कार्यक्रम नहीं चलाया है. अब हमने मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूरे प्रदेश में जागरूकता रथ की शुरुआत की है. इसे हम महतारी न्याय रथ का नाम दिए हुए हैं.''

महिलाएं ऑनलाइन कर सकती है शिकायत :आयोग ने जानकारी देते हुए बताया कि ''कई महिलाएं ऐसी रहती है जो कि घर से निकल नहीं पाते और उन्हें कई सारी दिक्कतें रहती है. तो उनके लिए हम ऑनलाइन माध्यम भी रखे हैं. व्हाट्सएप से भी शिकायत की सुविधा रखी गई है. ईमेल आईडी जारी किया है. जल्द ही हम एक मोबाइल एप लांच करने वाले हैं. जिसका संचालन राज्य महिला आयोग द्वारा किया जाएगा.''

झूठी शिकायतों पर भी रहती है नजर :छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष किरणमई नायक ने तीखे शब्दों में कहा कि झूठी शिकायत करने वाली महिलाओं पर भी आयोग की नजर रहती है. इसमें पुरुषों के साथ भेदभाव जैसा कोई व्यवहार नहीं किया जाता. उन्होंने कहा कि समाज में एक गंदी परिस्थिति निर्मित हो रही है वह है लिव इन रिलेशनशिप. यह पाश्चात्य सभ्यता है और जब विवाह का समय आता है तो लोग इसे सनातन संस्कृति के रूप में देखना चाहते हैं. और जब बात नहीं बनती तो इसे अवैध संबंध इलीगल रिलेशन ऐसे नाम दिए जाते हैं.''

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