बालोद: जिले के दल्लीराजहरा में रहने वाले वीरेंद्र सिंह को पूरे छत्तीसगढ़ में ग्रीन कमांडो के नाम से जाना जाता है. पर्यावरण संरक्षण को लेकर समय-समय पर वीरेंद्र सराहनीय कार्य करते रहते हैं. इस बार उन्होंने कोरोना काल को देखते हुए लोगों को जागरूक करने के लिए नई पहल की है. उन्होंने पेड़ों के लिए 30 फीट लंबा और 4.5 फीट चौड़ा मास्क बनाया है, जो इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होने जा रहा है.
![balod virendra singh mask](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8586693_1043_8586693_1598596260909.png)
राष्ट्रीय पर्यावरण विभाग सहित कई संस्थाओं ने वीरेंद्र सिंह की इन पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों को सराहा है. पर्यावरण संरक्षण को लेकर उनका सम्मान भी किया जा चुका है. बालोद के लिए यह गर्व की बात है कि पहली बार यहां से इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का खिताब दर्ज होने वाला है.
निजी आयरन ओर प्लांट में कार्य करने वाले वीरेंद्र सिंह के इस 30 फीट लंबे मास्क को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में जगह मिल चुकी है. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि जो रिकॉर्ड दर्ज हुआ है, वह उन्हें निरंतर इस क्षेत्र में बेहतर कार्य करने की प्रेरणा देगी.
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प्रकृति से प्रेम करने वाले वीरेंद्र हमेशा पेड़-पौधों के संरक्षण में लगे रहते हैं. वीरेंद्र हर बार पेड़ों का जन्मदिन भी मनाते हैं. पेड़ों को राखी भी बांधते हैं. कई बार वन्य प्राणियों के वेश में प्रकृति बचाने का संदेश देते हुए सड़कों पर नजर आते हैं. उनका एक ही उद्देश्य होता है कि प्रकृति को सहेजना और वन्य प्राणियों के घर यानी जंगलों की देखभाल करने में अपना योगदान देना. उनका मानना है कि जानवरों के लिए प्रकृति ही उनका घर हैं, जिसे सहेजकर रखने की जरूरत है. आज कंक्रीटीकरण के इस दौर में जंगलों का क्षेत्रफल कम होता जा रहा है. जिसकी वजह से जंगली जानवर भटकने को मजबूर हो रहे हैं.