बालोद: अर्जुंदा थाना क्षेत्र के ग्राम बीजाभाट में 24 अगस्त 2019 को सुबह 5 बजे खुद पर मिट्टी का तेल डालकर कुसुम बाई ठाकुर ने खुद को आग लगा ली थी, जिसे गंभीर हालत में रायपुर में भर्ती कराया गया था. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. इस केस में जब अर्जुंदा थाना पुलिस ने जांच की, तो महिला को ससुरालवालों द्वारा प्रताड़ित करने की बात सामने आई थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मृतका के पति समेत ससुरालवालों को गिरफ्तार कर लिया है.
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रायपुर के मेकाहारा में गंभीर हालत में कुसुम ठाकुर को भर्ती कराया गया था, जिसके बाद इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया. 25 अगस्त 2019 को महिला की मौत की सूचना राजेंद्र नगर थाने में दर्ज कराई गई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद इसे अर्जुंदा थाने को भेज दिया गया था. अर्जुंदा पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि मृतका को ससुरालवाले बहुत प्रताड़ित करते थे. पुलिस ने बताया कि घर से पैसे गायब होने पर पति, सास, ससुर और देवर महिला को चोर कहकर प्रताड़ित करते थे. देवर ने महिला का एक वीडियो भी टिक टॉक पर बना लिया था, जिसे वायरल कर बदनाम कर देने की धमकी देता था. इन सब बातों से तंग आकर पीड़िता ने आत्महत्या कर ली थी.
आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
एसपी जितेंद्र मीणा और एएसपी डीआर पोर्ते के निर्देश पर डीएसपी दिनेश कुमार सिन्हा, थाना प्रभारी अरुण नेताम ने 15 जुलाई को केस दर्ज कर 16 जुलाई को आरोपी पति जगत राम ठाकुर, सास सुहागा बाई, ससुर पितांबर ठाकुर और देवर गोविंद ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है. डीएसपी दिनेश सिन्हा ने बताया कि जब मृतका को पहले राजनांदगांव अस्पताल से रायपुर बर्न सेंटर रेफर किया जा रहा था, तो इस दौरान उन्होंने अपनी एक भाभी को प्रताड़ना की सारी बातें बताई थी. पुलिस महिला का बयान लेना चाहती थी, लेकिन वह बोलने की स्थिति में नहीं थी और बिना बयान दिए ही उसकी मौत हो गई थी.