बालोद: प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू मंगलवार को अपने ननिहाल मथेना पहुंचे जहां उनका पारंपरिक रीति रिवाज से स्वागत किया गया. उन्होंने कहा कि लंबे समय के बाद अपने गांव आकर उन्हें बेहद खुशी हो रही है. उन्होंने कहा कि बचपन में जब वे यहां रहते थे तो यहां सिर्फ जंगल था अब तो काफी बदलाव आ गया है. ताम्रध्वज साहू ने इसे पारिवारिक दौरा बताया.
उन्होंने कहा कि मैंने अपने परिवार को बताया था कि बालोद के जंगल के बीच मेरा एक घर है तो उन्होंने वहां ले जाने की बात कही थी. जिसके तहत वे अपने ननिहाल गांव मथेना पहुंचे. गांव पहुंचने से पहले गांव के बाहर उन्होंने अपने पूर्वजों की परंपरा निभाते हुए अपने भाई के साथ कहजाए पूजा में शामिल हुए. गृह मंत्री ने बताया कि साल 1975 में लगभग मैं यहां आया था और आज 40 साल बाद यहां पहुंचा हूं. यहां आने से पुरानी यादें ताजा हो गई.
सुरक्षा समिति भवन का किया लोकार्पण
ताम्रध्वज साहू ने गांव में पुलिस विभाग द्वारा निर्मित ग्राम सुरक्षा समिति भवन का लोकार्पण किया. साथ ही भ्रमण कर उन्होंने वहां व्यवस्थाओं की जानकारी भी ली. जिला पुलिस अधीक्षक ने उन्हें बताया कि यह भवन कई तरह से उपयोगी है. यहां आने-जाने वाले फोर्स किसी भवन में न रुकने के बजाय यहां रुक सकते हैं साथ ही ग्रामीणों को भी इसका लाभ सुरक्षा की दृष्टिकोण से मिलेगा.
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ननिहाल का किया निरीक्षण
गांव पहुंचे गृहमंत्री ने अपने ननिहाल घर और बाड़ी का निरीक्षण भी किया. इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा की और अपनी पुरानी बातों को याद किया. उन्होंने कहा कि ये मेरा ननिहाल है और यहां पर कई सारे विकास हो इसकी हम चाह रखते हैं. यहां पर जरूर विकास होगा हम से जो भी बन पड़ रहा है. हम इस गांव के लिए करने की कोशिश कर रहे हैं.