बालोद : गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र से विधायक और संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद ने स्वास्थ्य कारणों से खुद को क्वॉरेंटाइन कर लिया था, जिनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है. जानकारी के मुताबिक विधायक कुंवर सिंह निषाद सरपंच संघ की बैठक में शामिल हुए थे. वहीं सरपंच संघ में से एक सरपंच कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद से विधायक ने खुद को क्वॉरेंटाइन कर लिया था. सुरक्षा के लिहाज से बुधवार को संसदीय सचिव ने अपने स्टाफ के साथ अर्जुंदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना जांच कराया, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है.
संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद ने अपने रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद सोशल मीडिया में अपने प्रतिनिधि के माध्यम से आधिकारिक पोस्ट करवाया है कि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है. साथ ही यह भी बताया है कि उनके सभी स्टाफ की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट भी निगेटिव आई है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कारणों से और एहतियात के तौर पर खुद को क्वॉरेंटाइन किया था, लेकिन अब रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वे पहले की तरह ही जनहित कार्यों में अपनी सक्रियता जारी रखेंगे.
15 अगस्त के समारोह में कांकेर जिले में शामिल हुए थे विधायक
विधायक कुंवर सिंह निषाद की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद से जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने राहत की सांस ली है. साथ ही इसका सीधा असर कांकेर जिले में भी देखने को मिल सकता है, क्योंकि 15 अगस्त को ध्वजारोहण करने संसदीय सचिव कुमार सिंह मुख्य अतिथि के तौर पर कांकेर में शामिल हुए थे. जहां कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक सहित समस्त अधिकारी, कर्मचारी, नेता और जनप्रतिनिधि मौजूद थे. विधायक के क्वॉरेंटाइन की खबरों ने प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया था.
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
विधायक कुंवर सिंह ने कहा कि देशभर के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं. सभी को सावधानियां बरतने की जरूरत है. इसके साथ ही शासन-प्रशासन की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करने की जरूरत है. लोगों को घरों से बाहर निकलते वक्त मास्क पहनना सुनिश्चित करना चाहिए. बार-बार हाथों को सैनिटाइज करना या साबून से धोना चाहिए, जिससे संक्रमण का खतरा न हो.
पढ़ें: COVID 19 UPDATE: छत्तीसगढ़ में मंगलवार को मिले 808 नए मरीज, कुल संख्या 16 हजार 833
जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. मरीजों की बढ़ती संख्या अब प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय बन गई है. बालोद जिले में कोरोना मरीजों के लिए अस्पताल बनाया गया था, लेकिन वर्तमान में यह अस्पताल भी फुल हो गया है. अब जिले के लाइवलीहुड कॉलेज को आइसोलेशन सेंटर और कोविड-19 हॉस्पिटल में तब्दील किया जा रहा है. नए मरीजों का इलाज अब यहीं किया जाएगा.
बालोद में एक्टिव केसों की संख्या 117
बता दें कि बालोद में अब तक कोरोना के 224 केस सामने आ चुके हैं, जिनमें से 111 लोगों को पूरी तरह ठीक किया जा चुका है. वहीं मंगलवार को मिले नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों के बाद जिले में एक्टिव केसों की संख्या 117 हो गई है, जिनका इलाज अभी जारी है.