बालोद : वीर सपूत शहीद वीर नारायण सिंह की शहादत दिवस पर विराट वीर मेले का आयोजन किया जा रहा है. जहां पर राज्यपाल अनुसुइया उईके ने विशाल शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया. साथ ही देवगुड़ी और देवी देवताओं की पूजा अर्चना की. धुर्वा नृत्य के माध्यम से राज्यपाल का स्वागत किया गया. आपको बता दें कि यहां बालोद धमतरी कांकेर बस्तर अंचल के आदिवासी समाज के लोग समेत आम जनता पहुंचे हैं.Governor Anusuiya Uike at Virat Veer Mela in balod
शहीद वीर नारायण से युवा पीढ़ी ले प्रेरणा : महामहिम राज्यपाल ने विराट वीर मेले के संदर्भ में कहा की आज के ही दिन प्रदेश और आदिवासी समाज के गौरव शहीद क्रान्ति वीर नारायण सिंह जी शहीद हुए थे ये हमारे समाज और प्रदेश के लिए गौरव की बात है उन्होंने समाज हित देश हित में कार्य किए शहीद होकर पूरे समाज को प्रेरणा दी इसका अनुसरण आज की युवा पीढ़ी को करना चाहिए उन्होंने कहा की मेरे। मन में हमेशा समाज के लिए कुछ करने की बात चलती है और मैं करता हूं
आरक्षण विधेयक की जांच के बाद होंगे साइन : मेले के दौरान राज्यपाल ने एक बड़ा बयान दिया है . उन्होंने जनजातीय आरक्षण के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखने की बात कही उन्होंने कहा कि '' पहले मैने सीएम को पत्र लिखा था और सत्र बुलाने के लिए मैने सहयोग की बात कही थी. परंतु सरकार ने जनजातीय के अलावा सभी समाज को आरक्षण का विधेयक भेजा है. ऐसे में आज मैं हस्ताक्षर करती हूं तो सब कोर्ट में फंस जायेगा. मैं किसी का अहित नहीं करना चाहती. हाईकोर्ट ने 58% पर असंवैधानिक घोषित कर दिया है, यह तो बढ़कर 76% हो गया है. अगर केवल आदिवासी जनजाति समाज का होता 20 से 32 तो मुझे तत्काल हस्ताक्षर करने में कोई दिक्कत नहीं थी. आरक्षण बिल की पूरी जांच के बाद हस्ताक्षर करूंगी.''
ये भी पढ़ें- आरक्षण विधेयक को लेकर राज्यपाल का बड़ा बयान
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भी वीर नारायण को किया याद : पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम ने वीर मेले के दौरान आयोजित महापंचायत की बात को जनता एवं राज्यपाल के पास रखा. उन्होंने कहा कि '' आज ही के दिन शहीद वीर नारायण सिंह जी को तोप से उड़ा दिया गया था. उन्होंने कहा 56 बिंदुओं को लेकर महापंचायत में चर्चा हुई. उन्होंने भानु उपचुनाव को लेकर कहा की पहली बार समाज चुनाव में उतरा. पर क्यों समाज को ऐसा करना पड़ा. उसको सरकार को सोचना चाहिए राज्य सरकार बाबा साहब अंबेडकर के संविधान को भूल गई है.''