ETV Bharat / state

बालोद: निजी होटलों में दिख रहा दूधली स्कूल का फर्नीचर, शिक्षा विभाग में हड़कंप

author img

By

Published : Oct 30, 2020, 4:25 AM IST

Updated : Oct 30, 2020, 5:49 AM IST

बच्चों को पढ़ाई में किसी तरह की दुविधा ना हो इसके लिए शासन-प्रशासन की ओर से कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. पहले के जमाने में लोग जमीन पर दरी बिछाकर अध्ययन करते थे. सुविधाओं में इजाफा करते हुए स्कूलों में बेंच और टेबल की व्यवस्था की गई, लेकिन एक विद्यालय के टेबल और कुर्सी निजी होटल की शोभा बढ़ा रहे हैं.

government-table-and-chair-in-private-hotel-due-to-negligence-of-school-management-in-balod
निजी होटलों में दिख रहा दूधली स्कूल का फर्नीचर

बालोद: जिले के दुधली गांव के मिडिल स्कूल के सरकारी फर्नीचर इन दिनों कलकसा के एक प्राइवेट हॉटल में सजे हुए हैं. सरकारी स्कूल की संपत्ति प्राइवेट होटल में पहुंचने की जानकारी शिक्षकों से ली गई, तो मामला कुछ और नजर आया. यहां जिम्मेदार प्रधान पाठक का कहना है कि स्कूल में जगह न होने के कारण इस फर्नीचर को होटल मालिक को मकान में सुरक्षित रखने के लिए दे दिया गया है.

Government table and chair in private hotel due to negligence of school management in balod
दूधली स्कूल का फर्नीचर

शिक्षक ने बताया कि फर्नीचर को सुरक्षित जगह में रखने के लिए दिया गया था, लेकिन होटल मालिक शासकीय संपत्ति का निजीकरण करते हुए अपने होटल में ही लगा लिया. जहां लोग नाश्ता करने बैठते हैं. बेंच और टेबल की जानकारी ली गई, तो पता चला कि 20 टेबल और 21 बेंच हैं, जो निजी होटल की शोभा बढ़ा रहे हैं. वहीं जिम्मेदार लोग गैर जिम्मेदाराना जवाब दे रहे हैं.

Government table and chair in private hotel due to negligence of school management in balod
निजी होटलों में दिख रहा दूधली स्कूल का फर्नीचर

बेमेतरा: मालिक के पलक झपकते ही पैसों से भरा थैला ले उड़ा नौकर, आरोपी गिरफ्तार

क्वॉरेंटाइन सेंटर के कारण दिया था फर्नीचर
दुधली मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक बीसी देशलहरा ने बताया कि स्कूल को कोरोना काल में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया था. जगह न होने के कारण मैंने होटल मालिक देवेन्द्र देवांगन को मकान में रखने के लिए फर्नीचर को दिया था. मुझे नहीं मालूम था कि वह उसे होटल में उपयोग कर रहा है.

शासकीय संपत्ति का दुरुपयोग गैरकानूनी
इस संदर्भ में शिक्षा विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई, तो उन्होंने कहा कि शासकीय संपत्ति को निजी रूप से उपयोग करना गैरकानूनी है. वह भी शिक्षा विभाग का मामला है. अब आगे क्या होता है यह देखने वाली बात है. केवल होटल संचालक पर ही गाज गिरती है या फिर स्कूल प्रबंधन भी लपेटे में आता है.

बालोद: जिले के दुधली गांव के मिडिल स्कूल के सरकारी फर्नीचर इन दिनों कलकसा के एक प्राइवेट हॉटल में सजे हुए हैं. सरकारी स्कूल की संपत्ति प्राइवेट होटल में पहुंचने की जानकारी शिक्षकों से ली गई, तो मामला कुछ और नजर आया. यहां जिम्मेदार प्रधान पाठक का कहना है कि स्कूल में जगह न होने के कारण इस फर्नीचर को होटल मालिक को मकान में सुरक्षित रखने के लिए दे दिया गया है.

Government table and chair in private hotel due to negligence of school management in balod
दूधली स्कूल का फर्नीचर

शिक्षक ने बताया कि फर्नीचर को सुरक्षित जगह में रखने के लिए दिया गया था, लेकिन होटल मालिक शासकीय संपत्ति का निजीकरण करते हुए अपने होटल में ही लगा लिया. जहां लोग नाश्ता करने बैठते हैं. बेंच और टेबल की जानकारी ली गई, तो पता चला कि 20 टेबल और 21 बेंच हैं, जो निजी होटल की शोभा बढ़ा रहे हैं. वहीं जिम्मेदार लोग गैर जिम्मेदाराना जवाब दे रहे हैं.

Government table and chair in private hotel due to negligence of school management in balod
निजी होटलों में दिख रहा दूधली स्कूल का फर्नीचर

बेमेतरा: मालिक के पलक झपकते ही पैसों से भरा थैला ले उड़ा नौकर, आरोपी गिरफ्तार

क्वॉरेंटाइन सेंटर के कारण दिया था फर्नीचर
दुधली मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक बीसी देशलहरा ने बताया कि स्कूल को कोरोना काल में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया था. जगह न होने के कारण मैंने होटल मालिक देवेन्द्र देवांगन को मकान में रखने के लिए फर्नीचर को दिया था. मुझे नहीं मालूम था कि वह उसे होटल में उपयोग कर रहा है.

शासकीय संपत्ति का दुरुपयोग गैरकानूनी
इस संदर्भ में शिक्षा विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई, तो उन्होंने कहा कि शासकीय संपत्ति को निजी रूप से उपयोग करना गैरकानूनी है. वह भी शिक्षा विभाग का मामला है. अब आगे क्या होता है यह देखने वाली बात है. केवल होटल संचालक पर ही गाज गिरती है या फिर स्कूल प्रबंधन भी लपेटे में आता है.

Last Updated : Oct 30, 2020, 5:49 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.