बालोद: पूरे राज्य में बालोद पहला जिला है, जहां स्कूलों में अंडा वितरण किया जा रहा है. लगातार 4 महीने से गायत्री परिवार ग्रामीणों के साथ मिलकर ब्लॉक स्तर पर आंदोलन कर रहा है. शनिवार को भी जिले में मौजूद गायत्री परिवार के सदस्यों ने सर्व समाज के समर्थन के साथ विशाल रैली निकाली और एसडीएम कार्यालय पहुंचकर धरना दिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने करीब एक घंटे तक अफसरों का इंतजार किया और इसके बाद एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर सोमवार से ही अंडा वितरण बंद करने की बात कही.
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मामले में गायत्री परिवार के समन्वयक राजेंद्र सिन्हा ने बताया कि 'सरकार आहार पर प्रहार करना चाह रही है. वे चार महीने से विरोध कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया गया, जिसकी वजह से वे विरोध का रास्ता अपना रहे हैं.
रैली में सरकार विरोधी के जमकर नारे
गायत्री परिवार के ट्रस्टी कमल नारायण साहू ने बताया कि 'बालोद जिले से इस योजना की शुरुआत की गई है. इसके बाद इसे प्रदेश और देश में लागू किया जाएगा. यह संतों का देश है, यहां इस तरह के मांसाहार की प्रवृत्ति नहीं है. साथ ही नारायण साहू ने यह भी कहा कि 'गांधी ने बिल्कुल भी यह नहीं कहा था कि अंडा खाने से कुपोषण सुपोषण में बदल जाएगा. यहां प्रशासन और शासन मनमानी कर रही है, जिसका हम सब पुरजोर विरोध कर रहे हैं'. पूरी रैली में सरकार विरोधी के जमकर नारे लगे.
विरोध में साहू समाज, जैन समाज, सिन्हा समाज सहित सर्व समाज के लोग मौजूद रहे.