बालोदः पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और भाजपा नेता देवलाल ठाकुर (BJP leader Devlal Thakur) ने शुक्रवार को जिले में व्याप्त भ्रष्टाचार (Corruption) को लेकर महिला और बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने जिले में करीब 65 लाख रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि या तो कुछ प्रमाणित आरोप भी हैं. उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोहन प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए कन्या योजना की शुरुआत की थी, परंतु यहां पर बालोद जिले में यह एक भ्रष्टाचार का साधन बन गया है. उन्होंने कहा कि जिले में आदिवासियों का शोषण कांग्रेस सरकार के आदिवासी मंत्री ही कर रहे हैं.
कांग्रेस सारकार पर गंभीर आरोप
इस दौरान भाजपा नेता देवलाल ठाकुर ने बालोद जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत और महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया को भ्रष्ट्राचार में बराबर योगदान के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में आदिवासियों के शोषण में देखने को मिल रहा है. उन्होंने पूरे मामले की शिकायत राज्यपाल से करने की बात कही. भाजपा नेता ने कहा कि मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो वे आने वाले दिनों में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करेंगे.
करीब 65 लाख रुपए के भ्रष्ट्राचार के लगाए आरोप
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि 1524 आंगनबाड़ी केंद्रों में 64 लाख 92 हजार 240 रुपए के हैंड वाशिंग यूनिट खरीदी की गई है. जो कि भंडार क्रय नियमों के विपरीत किया गया है. खरीदी की चयन समिति में कलेक्टर का प्रतिनिधि एक तहसीलदार को बनाया गया है. जबकि जिले में कलेक्टर के बाद अन्य प्रथम और द्वितीय रैंक के अधिकारी भी मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि डौंडी-डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र जो कि आदिवासी बाहुल्य है. यही सबसे ज्यादा रेट मिलती है. परंतु यह क्षेत्र केवल सप्लाई के लिए ही उपयोग किया जाता है.
टॉक्सी और नान टॉक्सी प्रमाण पत्र दरकिनार
भाजपा नेता प्रशासन पर आरोप लगाया है कि जिले के करीह 1524 आंगनबाड़ी केंद्रों में हैंडवाशिंग यूनिट सप्लाई करने की बात कही जा रही है. परंतु कई आंगनबाड़ी केंद्रों में सामान नहीं पहुंचा है. इसके लिए टॉक्सिक और नॉनटॉक्सिक प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है, परंतु उस प्रमाण पत्र में दरकिनार करते हुए इस तरह के सामग्रियों की सप्लाई की गई है. जो कि बच्चों के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि यह लोहे की चादर और पाइप से बनाया गया है. इससे बच्चों को यह नुकसान पहुंच सकता है.