बालोद : मां दंतेश्वरी सहकारी शक्कर कारखाने की पेराई सत्र की शुरुआत हो चुकी है. 5 दिनों की पेराई के बाद वहां से शक्कर के दाने निकलने शुरू हो गए हैं. शक्कर का यह पहला खेप बस्तर की विश्व विख्यात देवी मां दंतेश्वरी को अर्पित की जाती है. मां दंतेश्वरी के लिए शक्कर की पहली खेप कारखाने से रवाना कर दी गई है. किवदंती यह है कि मां दंतेश्वरी के नाम से संचालित इस कारखाने के शक्कर को यदि माता को अर्पित ना किया जाए तो माता नाराज हो जाती है.पहले मशीनों में बहुत खराबी आती थी. फिर माता दंतेश्वरी को उत्पादन का पहला शक्कर भेंट किया जाने लगा. तब से कारखाना अच्छे से संचालित हो रहा है.First sugar offers to Maa Danteshwari
कब से चली आ रही परंपरा : परंपरा के अनुसार पहले उत्पादन के शक्कर को मां दंतेश्वरी को भोग लगाया गया. लगभग पखवाड़े भर पहले से शक्कर कारखाना में पिराई की तैयारी चल रही थी. उत्पादन शुरू होते ही सभी ने राहत की सांस ली. कारखाना प्रबंधन के अनुसार 10 दिसंबर तक 4 दिन में 18,921 क्विंटल गन्ने की पेराई हो चुकी है. इसके साथी शक्कर उत्पादन भी शुरू हो गया है. कारखाना के प्रबंध संचालक आरपी राठिया ने बताया कि ''सात दिसम्बर से पेराई शुरू होने के बाद 84 किसानों से 18 हजार 921क्विंटल गन्ने की खरीदी हो गई है. 53 लाख 38 हजार 265 रुपये की गन्ना खरीदी हो गई है तीन चार दिन के प्रोसेस के बाद शक्कर का उत्पादन भी शनिवार से शुरू हो गया है. महाप्रबंधक एलके देवांगन ने बताया अभी तक 18 हजार 600 क्विंटल की पेराई हो गई है किसानों से 242 ट्रॉली गन्ना आ गया है.''Maa Danteshwari Sahakari Sugar Factory in balod
1148 किसानों ने कराया है पंजीयन : बालोद जिले में गन्ना उत्पादक किसानों की संख्या 1148 है. इन किसानों ने कुल 11 सौ 77 हेक्टेयर में गन्ने की फसल ली है. गत वर्ष 726 किसानों ने 669 हेक्टेयर में गन्ने की फसल ली थी. गन्ने की फसल से मिलने वाले लाभ को देखते हुए कारखाना प्रबंधन की सजगता और जागरूकता के कारण इस बार गन्ना किसानों की संख्या बढ़ी है. साथ ही रकबा भी बढ़ा है. यही वजह है कि इस बार लक्ष्य को भी दोगुना रखा गया है. कारखाना प्रबंधन के अनुसार 65,000 मीट्रिक गन्ने की पेराई का लक्ष्य रखा गया है.Sugar Plant Maa Danteshwari