बालोद: इन दिनों प्रदेश के कई हिस्सों में हाथियों ने आतंक मचा रखा है. बालोद के दल्ली राजहरा रेंज में 22 हाथियों का दल पहुंचा है. हाथियों को लेकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. गुरुर क्षेत्र के भड़भूम की तरफ से बेलोदा होते हुए मंगलतराई और परकलकसा के जंगलों में हाथियों का दल पहुंचा है. वन विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी करा रहा है. लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है.
हाथियों के डर और फसल तबाह हो जाने की चिंता से भी जंगल से सटे इलाकों के किसान परेशान हैं. पहली बार हाथियों ने इस क्षेत्र में दस्तक दी है. किसानों को अपनी पकी फसलों के तहस-नहस होने की चिंता सता रही है. हाथियों का दल खेतों में धान की फसल को अपने पैरों तले रौंद रहा है.
किसानों की बढ़ी चिंता
दरअसल दल्ली राजहरा वन परिक्षेत्र के इस इलाके में पहली बार हाथियों का दल पहुंचने से वन विभाग भी सकते में है. हाथियों के प्रवेश से सबसे ज्यादा चिंतित किसान नजर आ रहे हैं, क्योंकि खेतों में फसलें खड़ी हैं और अगर हाथियों का दल भटका, तो खड़ी फसलों को काफी नुकसान पहुंचेगा.
गांवों में कराई गई मुनादी
दल्ली राजहरा वन परिक्षेत्र अधिकारी राजेश कुमार नांदुलकर ने बताया कि रेंज में इस वक्त हाथियों का दल मौजूद है. इसमें करीब 22 हाथी हैं, जो मंगलतराई, परकालकसा में पहुंच चुके हैं. आसपास के इलाके में विभाग ने मुनादी करा दी है कि हाथियों के दल को कोई छेड़े नहीं.
पढ़ें- जशपुर: जंगल में मिला हाथी का सड़ा-गला शव, आपसी संघर्ष में मौत की आशंका
वन विभाग के मुताबिक हाथियों की मौजूदगी की वजह से किसानों की फसल को नुकसान होने की पूरी आशंका है. फसल नुकसान की सूचना पर मुआवजा प्रकरण तैयार किए जाएंगे. वन विभाग आगे की रणनीति बना रहा है. हाथियों को जंगलों की तरफ वापस भेजने के लिए वन अमला अपनी तैयारियों में लगा हुआ है. अभी तक किसी भी तरह की अप्रिय घटना की बात सामने नहीं आई है. जिले के बालोद वन परिक्षेत्र और दल्ली राजहरा वन परिक्षेत्र की संयुक्त टीम हाथियों पर निगरानी रखे हुए है.