बालोद: छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने शिक्षाकर्मियों के 2 साल का कार्यकाल पूरा करने पर संविलियन करने का निर्णय लिया है, लेकिन अब भी शिक्षाकर्मी वर्ग सरकार के इस निर्णय के बावजूद भी नाखुश हैं. उन्होंने कहा कि 'वेतन विसंगति जो महत्वपूर्ण मांग हैं. उसके बारे में सरकार को सोचना चाहिए. संविलियन करना ठीक है, लेकिन वेतन विसंगति भी दूर होनी चाहिए'.
जिला कार्यालय पहुंचे शिक्षाकर्मियों ने बताया कि 'हमारी प्रमुख लड़ाई वेतन विसंगति की थी, जिसे दूर कर पाने में सरकार असक्षम है. उन्होंने कहा कि 'वे अभी स्थानीय आला अधिकारियों से मिलकर बड़ी रणनीति बना रहे हैं, जिसके बाद सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे'.
'सरकार को जगाने की करेंगे कोशिश'
जिला कलेक्टोरेट पहुंचे शिक्षाकर्मियों ने बताया कि 'आगामी 16 मार्च को हम लोग इस विषय पर विधानसभा का घेराव करने जा रहे हैं. हमारा आंदोलन यथावत जारी रहेगा. साथ ही इस आंदोलन के माध्यम से सरकार को नींद से जगाने की कोशिश करेंगे'.