बालोद : दल्ली राजहरा में अखिल भारतीय हल्बा हल्बी आदिवासी समाज के 83वें स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया. जहां बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस दौरान कहा कि '' छत्तीसगढ़ में हल्बा समाज ने हर वर्ग में अपना वर्चस्व स्थापित किया है. उन्होंने इसके लिए स्वर्गीय झुमुक लाल भेड़िया का उदाहरण दिया. समाज के युवा अब कलेक्टर, एसपी बन रहे हैं. पहाड़ के लोगों की समस्या पहाड़ जैसी होती है. इस सब को ध्यान रखते हुए हमने 6 जिले और 11 संभाग बनाए. हमने सब को सुविधा देने के लिए छोटी इकाई बनाई. पूरे देश में 5 साल में इतने तहसील शायद देश में कहीं नहीं बने होंगे. जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए पहले प्रक्रिया काफी जटिल थी इसे हमने सरल किया है."
देवगुड़ी बनाने के लिए 1 करोड़ की घोषणा : सीएम भूपेश बघेल ने इस दौरान गांवों में देवगुड़ी बनाने के लिए 1 करोड़ रुपए देने की घोषणा की. सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश में आदिवासियों के लिए किए गए कार्यों को भी गिनाया. सीएम के मुताबिक छत्तीसगढ़ में धान खरीदी केंद्रों की बढ़ोतरी की गई है.साथ ही साथ बस्तर में बंद पड़े स्कूलों को दोबारा खोलकर बच्चों को शिक्षित करने का काम किया गया है.
कुमारी शैलजा ने आरएसएस से बचने की कही बात : पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा भी स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल हुई.इस दौरान कुमारी शैलजा ने शहीद गेंदसिंह नायक को याद किया.इस कार्यक्रम में शैलजा ने आरएसएस और बीजेपी पर भी हमला बोला.शैलजा के मुताबिक संविधान निर्माता के आदर्शों को आरएसएस और बीजेपी तार-तार कर रही है.