बालोद: बालोद के एक गांव में बच्चों ने अपने खेल शिक्षक पर छेड़छाड़ और परेशान करने का आरोप (Children accuse their sports teacher of molestation in balod) लगाया है. आरोप लगाने वाली युवती नाबालिग है. ग्रामीणों को एक दिन पूर्व इस घटना की जानकारी दी गई थी, जिसके बाद स्कूली छात्राएं, उनके परिजन एवं ग्रामीणों ने पुलिस में आकर शिकायत दर्ज कराई है. उम्मीद है कि पुलिस द्वारा धारा 354 (क) 354 (घ) 509 पाक्सो एक्ट (Pokso Act) की धाराओं के तहत कार्रवाई करेगी. अभी भी विवेचना एवं नाबालिगों का बयान जारी लिया जा रहा है.
बयान के बाद टीचर के खिलाफ केस दर्ज : पुलिस ने सबसे पहले पीड़ित बालिकाओं का बयान दर्ज किया. उसके बाद यहां अपराध पंजीबद्ध किया गया है. ग्रामीणों में स्कूल शिक्षक को लेकर काफी गुस्सा है. इस बीच शिक्षक के परिजन लगातार माफी मांगने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन पीड़िता की मां अपनी बेटी के लिए एफआईआर करने के फैसले पर अडिग रहीं.
छात्राओं से अश्लील बात का आरोप: पीड़िता की मां ने जानकारी देते हुए बताया कि "बालोद जिले के गुरुर नगर में खो-खो का कार्यक्रम होने वाला है. जिसको लेकर बालिका ने शिक्षक को उनकी अनुमति से फोन किया. शक होने पर मां ने मोबाइल को स्पीकर मोड पर डाला, जिसके बाद शिक्षक की बात को सुनकर वह दंग रह गई और उसने अपने गांववालों को इसकी जानकारी दी.जिस शिक्षक के खिलाफ युवतियों ने शिकायत दर्ज कराया है, वह मरार पारा बालोद का निवासी है. वह स्पोर्ट शिक्षक होने के साथ साथ गणित का विषय भी पढ़ाया करता था.
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कोने में कराता था खेल: ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि "शिक्षक बच्चों को सामान्य स्कूल परिसर के पास खेल का प्रशिक्षण ना देकर किसी कोने से जगह में जानबूझकर खेल का प्रशिक्षण देता था. गांव वालों को काफी समय से इस बात को लेकर शक था. लेकिन बालिकाओं की बातों से उनका शक यकीन में बदल गया.
गुरुदक्षिणा के नाम पर करता था गंदी हरकतें: एक बालिका की मां को शिक्षक की हरकतों के बारे में जानकारी मिली, तो उसने अन्य छात्राओं से भी बात की. जिसके बाद बालिकाओं ने अपनी व्यथा बताई और कहा की अकेले कमरे में बुलाकर शिक्षक कमर में हाथ फेरता था. विरोध करने पर इसे गुरुदक्षिणा का नाम देता था. शिक्षक ने इस विद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करके कई गोल्ड मेडल भी दिलाए हैं.