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दल्लीराजहरा पहुंचा चंदा हाथी का दल, जीपीएस से की जा रही निगरानी - Dallirajhra balod

चंदा हाथी का दल दल्लीराजहरा के डौंडी जंगल में पहुंच गया है. हाथियों की मौजूदगी रिहायशी इलाकों में बढ़ने लगी है. इस दल ने किसानों की पूरी फसल चौपट कर दी है. किसान लगातार मुआवजे की मांग कर रहे हैं. वन विभाग जीपीएस के जरिए हाथियों की ट्रेसिंग कर रहा है.

Chanda elephant team reached Dallirajhra balod
हाथी
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Published : Oct 22, 2020, 10:06 AM IST

Updated : Oct 22, 2020, 11:04 AM IST

बालोद: दल्लीराजहरा के डौंडी जंगल में चंदा हाथी का दल विचरण करते पाया गया है. हाथियों की मौजूदगी डौंडी रेंज के लिए परेशानी बन गया है. इल दल ने बुधवार रात खुर्सिटिकुर गांव के जंगल में उत्पात मचाया.कई खेतों की फसलों को बर्बाद करने के बाद इस दल ने किसानों के बोर पम्प को भी उखाड़ फेंका. हाथी अब जंगल से निकलकर रिहायशी इलाकों में पहुंचने लगे हैं. वन विभाग के अधिकारियों ने गांव के लोगों को इसकी सूचना दे दी है.अधिकारियों ने बताया कि इस दल के एक हाथी में जीपीएस कॉलर लगाया गया है, जिसके जरिए हाथियों की स्थिति लगातार ट्रेस की जा रही है.

दल्लीराजहरा पहुंचा चंदा हाथी का दल

पढ़ें- EXCLUSIVE: हाथियों की मौत के मुद्दे पर ETV भारत ने पशु प्रेमी नितिन सिंघवी से की खास बातचीत

चंदा हाथी का दल खुर्सिटिकुर गांव के पास लिमऊडीही में पहुंच गया है. इस दल का एक हाथी केकतीपारा में एक व्यक्ति के घर जा पहुंचा.रिहायशी इलाकों में हाथी की मौजूदगी से गांव के लोग परेशान हैं. वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हाथियों का एक दल सोमवार को सुबह भानुप्रतापपुर के ग्राम साल्हे में प्रवेश कर गया था. यह दल ग्राम साल्हे और ग्राम इरागांव के बीच में स्थित पहाड़ी की तलहटी में घने जंगलों में दिनभर विश्राम करता रहा. ग्रामीणों की उपस्थिति की वजह से यह दल शाम 6 बजे तक उसी स्थान पर मौजूद था.

ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग

वन अधिकारियों के अनुसार मंगलवार सुबह तक हाथियों का दल बालोद वन मंडल में लगभग 6 किलोमीटर अंदर घुसा हुआ था और दिनभर वहीं था. डौंडी ब्लाक के ग्राम लिमऊडीही के सरपंच सुकदेव पिस्दा ने बताया कि हाथियों के दल से सभी दहशत में है, हमें सुरक्षा की जरूरत है. साल भर में हम सिर्फ एक फसल बोते है, उसे भी हाथी बर्बाद कर रहे हैं. कई ग्रामीणों की फसल को नुकसान हुआ है. जल्द से जल्द वन विभाग फसलों का मुआवजा दे तो काफी हद तक ग्रामीणों को राहत मिलेगी. कोई बड़ी दुर्घटना न हो इसके लिए वन अधिकारी लगे हुए हैं और वन विभाग एक्सपर्ट की देखरेख में हाथियों की निगरानी कर रहा है.

हाथियों की जीपीएस से हो रही ट्रेसिंग

वन मंडल अधिकारी सतोविशा समाजदार ने बताया कि वन विभाग सतत निगरानी कर रहा है. ग्रामीणों को भी हाथियों से दूरी बनाकर रखने और उन्हें अनावश्यक न छेड़ने की हिदायत दी जा रही है. वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस दल में एक हाथी को जीपीएस कॉलर लगाया गया है, जिसकी वजह से दल की स्थिति को लगातार ट्रेस किया जा रहा है.

बालोद: दल्लीराजहरा के डौंडी जंगल में चंदा हाथी का दल विचरण करते पाया गया है. हाथियों की मौजूदगी डौंडी रेंज के लिए परेशानी बन गया है. इल दल ने बुधवार रात खुर्सिटिकुर गांव के जंगल में उत्पात मचाया.कई खेतों की फसलों को बर्बाद करने के बाद इस दल ने किसानों के बोर पम्प को भी उखाड़ फेंका. हाथी अब जंगल से निकलकर रिहायशी इलाकों में पहुंचने लगे हैं. वन विभाग के अधिकारियों ने गांव के लोगों को इसकी सूचना दे दी है.अधिकारियों ने बताया कि इस दल के एक हाथी में जीपीएस कॉलर लगाया गया है, जिसके जरिए हाथियों की स्थिति लगातार ट्रेस की जा रही है.

दल्लीराजहरा पहुंचा चंदा हाथी का दल

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चंदा हाथी का दल खुर्सिटिकुर गांव के पास लिमऊडीही में पहुंच गया है. इस दल का एक हाथी केकतीपारा में एक व्यक्ति के घर जा पहुंचा.रिहायशी इलाकों में हाथी की मौजूदगी से गांव के लोग परेशान हैं. वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हाथियों का एक दल सोमवार को सुबह भानुप्रतापपुर के ग्राम साल्हे में प्रवेश कर गया था. यह दल ग्राम साल्हे और ग्राम इरागांव के बीच में स्थित पहाड़ी की तलहटी में घने जंगलों में दिनभर विश्राम करता रहा. ग्रामीणों की उपस्थिति की वजह से यह दल शाम 6 बजे तक उसी स्थान पर मौजूद था.

ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग

वन अधिकारियों के अनुसार मंगलवार सुबह तक हाथियों का दल बालोद वन मंडल में लगभग 6 किलोमीटर अंदर घुसा हुआ था और दिनभर वहीं था. डौंडी ब्लाक के ग्राम लिमऊडीही के सरपंच सुकदेव पिस्दा ने बताया कि हाथियों के दल से सभी दहशत में है, हमें सुरक्षा की जरूरत है. साल भर में हम सिर्फ एक फसल बोते है, उसे भी हाथी बर्बाद कर रहे हैं. कई ग्रामीणों की फसल को नुकसान हुआ है. जल्द से जल्द वन विभाग फसलों का मुआवजा दे तो काफी हद तक ग्रामीणों को राहत मिलेगी. कोई बड़ी दुर्घटना न हो इसके लिए वन अधिकारी लगे हुए हैं और वन विभाग एक्सपर्ट की देखरेख में हाथियों की निगरानी कर रहा है.

हाथियों की जीपीएस से हो रही ट्रेसिंग

वन मंडल अधिकारी सतोविशा समाजदार ने बताया कि वन विभाग सतत निगरानी कर रहा है. ग्रामीणों को भी हाथियों से दूरी बनाकर रखने और उन्हें अनावश्यक न छेड़ने की हिदायत दी जा रही है. वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस दल में एक हाथी को जीपीएस कॉलर लगाया गया है, जिसकी वजह से दल की स्थिति को लगातार ट्रेस किया जा रहा है.

Last Updated : Oct 22, 2020, 11:04 AM IST
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