बालोद: भाजपा के नेतृत्व में प्रदेश में अराजकता का माहौल और शराबबंदी विषय पर गुरूर नगर में विधायक कार्यालय का घेराव किया गया. प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं की भीड़ काफी कम दिखी. बीजेपी कार्यकर्ता को विधायक ने कार्यालय से मिठाई निकाल कर उन्हें खिलाया. इस दौरान बीजेपी विधायक से सवाल पूछते रहे. विधायक ने कहा कि उनकी मांगों को सीएम भूपेश बघेल तक पहुंचाएंगे. कुछ नेता ऐसे हैं जो इस आयोजन से मुंह छिपाते नजर आए.
यह भी पढ़ें: Chhattisgarh Budget 2023: चुनावी साल में बिग बजट की तैयारी, जनकल्याणकारी योजनाओं पर फोकस
कई कथित नेता रहे दूर: भारतीय जनता पार्टी प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर यह आयोजन किया गया था. पार्टी के कई नेता इस आयोजन से दूर रहें. हालांकि वे कार्यक्रम में शामिल तो हो गए लेकिन वे दूर से ही समर्थन देते नजर आए. प्रमुख रुप से युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष आदित्य पिपरे, पूर्व विधायक के पुत्र नरेश साहू, पूर्व जनपद पंचायत के अध्यक्ष इशा प्रकाश साहू सहित अन्य शामिल हैं जो कि पूरे नगर में चर्चा का विषय बनी रही.
अराजकता के विषय को लेकर ज्ञापन: पूरे प्रदेश में अराजकता के माहौल और शराबबंदी के विषय पर महिला मोर्चा के नेतृत्व में विधायक कार्यालय का घेराव किया गया. इस दौरान महिला जिला मोर्चा अध्यक्ष दीपा साहू ने कहा कि "प्रदेश सरकार ने जो वादे किए थे उन्हें अब तक भी निभा नहीं पाई है." भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुशीला साहू ने कहा कि "अब तो समय आ गया है कि महिलाओं के हित में प्रदेश की सरकार कोई निर्णय ले. यहां पर सरकार उल्टा महिलाओं के हित में निर्णय लेना छोड़ उनसे स्वरोजगार के कार्य भी छीन रही है." पूर्व जनपद पंचायत के अध्यक्ष डामेश्वरी साहू ने कहा कि "जो वादे सरकार ने किए थे वह महज एक औपचारिकता साबित हो रहे हैं इसीलिए हम विधायक के माध्यम से अपनी बातों को रखने के लिए यहां पहुंचे हुए हैं.
महिला मोर्चा एवं युवा मोर्चा निष्क्रिय: पूरे बालोद जिले में महिला मोर्चा और युवा मोर्चा का पूरा संगठन निष्क्रिय दिखें. बीजेपी नेतृत्व के आह्वान पर पूरे प्रदेश में महिलाओं के अधिकार और युवाओं के हित में लड़ाई लड़ी जा रही है. महिला मोर्चा की भीड़ काफी कम नजर आई तो युवा मोर्चा के पीछे मुंह छुपाते नजर आई. आम जनमानस जहां भाजपा की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है. पदाधिकारी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं.