बालोद: बालोद पहुंचे कद्दावर आदिवासी नेता नंद कुमार साय ने (Tribal leader Nand Kumar Sai) आरक्षण के मुद्दे पर सरकार को घेरा. साय ने कहा कि सरकार की नाकामियों की वजह से आदिवासियों का 12% आरक्षण कम हुआ है. ना सरकार ने अच्छे वकील किए और ना ही अपनी दलीलें पेश की. सरकार आरक्षण वापिस नहीं लाती है तो यह उसके लिए सबसे बड़ा विरोध का कारण बनेगा.
मंत्री विधायक चुप क्यों: छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता नंद कुमार साय ने कहा कि ''कांग्रेस की सरकार में कई विधायक और मंत्री आदिवासी समाज से हैं. उनको सरकार के सामने अपनी बातों को रखना चाहिए. वह सुस्त रवैया अपनाए हुए हैं. कहीं यह आरक्षण का मामला सरकार को भारी न पड़ जाए.''
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समाज आक्रोशित: नंद कुमार साय ने आगे कहा कि '' पूरा समाज आक्रोशित है. विधायकों और मंत्रियों की छुट्टी भी समझ से परे है. सरकार में वह अपने समाज के बातों को नहीं रख पाए हैं. उन्हें बोलना चाहिए. उनकी नैतिक जिम्मेदारी है कि आदिवासियों का 12% आरक्षण पूरे छत्तीसगढ़ में वापिस लागू किया जाए.''