बालोद: कांकेर लोकसभा सांसद मोहन मांडवी गुरुवार को बालोद के मालीघोरी गांव के जवाहर नवोदय विद्यालय पहुंचे. सांसद ने स्कूल का निरीक्षण किया. हर मुद्दे पर सांसद ने शिक्षकों और बच्चों से बातचीत की. इस दौरान स्कूल में कुछ स्थानीय लोग भी पहुंचे थे. सांसद ने ग्रामीणों के सामने ही नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल की क्लास लगा दी. सांसद मोहन मंडावी ने कहा कि "यहां पर आउटसोर्सिंग बंद करें, जो आपके कार्यक्षेत्र में है, जिसका भुगतान आप कर सकते हैं. उन सभी पदों पर आप स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दें. स्थानीय लोगों से अच्छा व्यवहार करें, जिन्होंने आपको इस जगह पर रोजगार दिया है.
बच्चों को रामायण से जोड़ने की बात कही: सांसद मोहन मंडावी ने नवोदय स्कूल के शिक्षकों को कहा कि "यहां पर बच्चों को रामाणय और पंडवानी की शिक्षा दी जाए. बच्चों को संगीत से जोड़ा जाए. जो छात्र यहां पर रामायण से जुड़ जाएगा, उसका जीवन कभी भी गलत मार्ग में नहीं जाएगा." सांसद ने जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र-छात्राओं से भी मुलाकात की. छात्रों से स्कूल के सिस्टम का फीडबैक लिया. इस दौरान सांसद ने बच्चों को नशे से दूर रहने की हिदायत दी है.
सफाई पर भड़के: स्कूल के निरीक्षण के दौरान सांसद मोहन मांडवी ने स्वच्छता को लेकर भी प्रिंसिपल को जमकर फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि शौचालय में साफ-सफाई की व्यवस्था होनी चाहिए. पास में पानी के निकासी की उचित व्यवस्था भी होनी चाहिए. इससे आसपास के ग्रामीणों को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. दरअसल, ग्रामीणों ने सांसद से स्कूल का गंदा पानी खेतों में आने की शिकायत की थी.
सांसद के निरीक्षण के दौरान प्राचार्य के सामने ही ग्रामीण बताने लगे कि उन्हें नवोदय विद्यालय परिसर में आने की अनुमति नहीं होती. प्रिंसिपल ने कहा कि बच्चों की जवाबदारी हमारी होती है. उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है. इसलिए यहां पर नियम काफी कड़े बनाए गए हैं. इस पर सांसद मोहन मंडावी ने कहा कि जो गांव के बुजुर्ग हैं, जो प्रमुख हैं, उनकी कुछ समस्याएं रहती है. कुछ देखना चाहते हैं तो उन्हें कम से कम नवोदय विद्यालय में आने-जाने की अनुमति दी जानी चाहिए.