बालोद: जिले के कई हिस्सों में बीते 24 घंटे में हुई बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हैं. लगातार बारिश से कई छोटे-बड़े नदी-नाले उफान पर है. इसकी वजह से कई गांवों का जिला मुख्यालय का संपर्क टूट गया है. महज 24 घंटे की मूसलाधार बारिश ने ही जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है.
बालोद कलेक्टर जनमेजय महोबे ने सोमवार को गुरूर विकासखंड के घोघोपुरी गांव और टेंगनाबरपारा गांव के नालों में आए बाढ़ का जायजा लिया और इस दौरान लोक निर्माण विभाग को विशेष निर्देश दिए. साथ ही अन्य संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है.
बाढ़ प्रभावित गांव पहुंचे कलेक्टर
बता दें, रविवार शाम से होने वाली बारिश के कारण घोघोपुरी गांव और टेंगनाबरपारा गांव के नाले उफान पर है, जिसके कारण दोनों गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. कलेक्टर ने बाढ़ प्रभावित पुल-पुलिया का निरीक्षण किया और अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए हैं, ताकि लोगों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो.
गुरुर विकासखंड में सबसे ज्यादा बारिश
जिले में बीते दिनों में सबसे ज्यादा बारिश गुरुर विकासखंड में हुई है. इसके कारण वहां के नदी-नालों में अधिक जल भराव हुआ है. बालोद में 130.3 मिली, गुरुर में 180 मिली, गुण्डरदेही में 125 मिली, डौंडी में 90 मिली और डौंडीलोहारा में 46.8 मिली बारिश हुई है. पूरे जिले में 114.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.
बारिश से टूटा चोरहा नाला का पुल
2 दिन से लगातार हो रही बारिश ने कई इलाकों को जलमग्न कर दिया है. कई छोटे-बड़े पुल भी भरने लगे हैं. बारिश की वजह से टेंगना बरपारा के मुख्य मार्ग पर स्थित चोरहा नाला का पुल टूट गया है. पुल टूटने से आवागमन बंद न हो इसके लिए स्थानीय जिला पंचायत सदस्य और विधायक प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.