बालोद: चांद दिखते ही पवित्र रमजान महीने की शुरुआत हो गई. देश के कई हिस्सों में चांद देखा गया, बालोद के जामा मस्जिद के इमाम ने लोगों को मुबारकबाद देते हुए घरों में ही रहकर इबादत करने की अपील की है. उन्होंने रमजान के पवित्र महीने को बरकत का महीना बताया, उन्होंने बताया कि साल में यह पवित्र महीना एक बार आता है इसकी खुशी भी दोगुनी होती है लेकिन हमारा हिंदुस्तान और पूरी दुनिया कोरोना से जंग लड़ रहा है. सरकार ने जो अपील की थी उसे सभी ने अपनाया और सभी अपने घरों में नमाज अदा कर रहे हैं.
देश के इस मुसीबत की घड़ी में तमाम लोग साथ दे रहे हैं उन्होंने दुआ करते हुए कहा कि 'रहमत और बरकत वाला महीना है यह महीना बलाओं को दफा करता है, बलाओं को भगा देता है. इस प्यारे मुल्क हिंदुस्तान में इस पवित्र महीने में इस वायरस को दफा फरमाए'. 30 दिन चलने वाले रमजान महीने के दौरान लोग रोजा रखकर इबादत करते हैं.
'सहरी और इफ्तार के समय घर से न निकले'
जामा मस्जिद पेशे इमाम मोहम्मद इफ्तिखार रजा हबीबी ने कहा कि देश में इस समय महामारी फैली हुई है रमजान में की गई इबादत का फल बहुत ज्यादा मिलता है. इस महीने मांगी गई दुआ अल्लाह कबूल करता है. अपने मुल्क, पूरी दुनिया और इंसानियत के लिए दुआ करें. सहरी और इफ्तार के समय अपने घरों से हरगिज नहीं निकलें.