बालोद: छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के दौरान अपराध का ग्राफ घट गया था, लेकिन लॉकडाउन की बंदिशों में ढील मिलते ही जुर्म का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आए दिन गैंगरेप, लूट, हत्या समेत अन्य आपराधिक मामले सामने आ रहे हैं. हाल ही में बालोद थाना में नाबालिग से गैंगरेप का मामला सामने आया है. जहां पुलिस ने रेप के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.
दरअसल, 6 महीने पहले चारों आरोपियों ने एक नाबालिग लड़की को नौकरी दिलाने के नाम पर गैंगरेप किया था, लेकिन नाबालिग ने समाज में लोक लाज के डर से किसी को मामले की जानकारी नहीं दी थी, जब आरोपी नाबालिग को दोबारा परेशान करने लगे, तो थक हारकर पीड़ित ने अपने माता-पिता को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद पीड़ित लड़की के माता-पिता ने आनन फानन में बालोद थाने में शिकायत दर्ज कराई.
सलाखों के पीछे पहुंचे चारों आरोपी
बालोद थाने में शिकायत दर्ज होते ही पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की. सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सस्पेक्टेड लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया, जिसके बाद पुलिस ने सामूहिक बलात्कार के आरोप में चारों आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया. जहां से कोर्ट ने आरोपियों को जेल भेज दिया है.
बलौदाबाजार: 2 नाबालिग बहनों के साथ गैंगरेप, 11 आरोपी गिरफ्तार
30 जुलाई को दो नाबालिगों से 11 लोगों ने किया था गैंग रेप
बता दें कि 30 जुलाई को बलौदाबाजार में दो नाबालिग बहनों से गैंगरेप हुआ था, 11 लोगों ने मिलकर लड़कियों को हवस का शिकार बनाया था. पुलिस ने मामले में केसला गांव से 11 लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने 8 आरोपियों पर गैंगरेप और 2 पर अपहरण और एक पर डराने-धमकाने के आरोप में FIR दर्ज की गई थी. बता दें कि रेप के आरोपियों में 2 नाबालिग भी शामिल हैं.