बालोद: 19 सितंबर से अपनी लंबित मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए NHM संविदा स्वास्थ्यकर्मी ने अपना इस्तीफा CMHO को सौंप दिया है. सभी NHM संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने मंगलवार को CMHO को अपना सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया है. बता दें कि CMHO ने सभी का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है. 169 संविदा स्वास्थ्यकर्मी बीते 19 सितंबर से जिले में हड़ताल कर रहे थे.
संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने इस्तीफा देने का कारण प्रशासन की धमकी को बताया है. उन्होंने कहा कि हड़ताल की अवधि में जिला प्रशासन ने सभी संविदाकर्मियों को नोटिस भेजकर नौकरी खत्म करने की धमकी दी जा रही है, जिससे आहत होकर हम सब लोगों ने सामूहिक तौर पर इस्तीफा दे दिया. जिलेभर के कुछ स्वास्थ्यकर्मी प्रतिनिधि बनकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय पहुंचे और CMHO को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इससे पहले तहसीलदार ने धारा 144 का हवाला देते हुए एक-एक कर इस्तीफा देने की बात कहीं जा रही थी, जिसका पालन सभी ने किया और सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर सभी इकट्ठे हुए थे.
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सरकार सिर्फ संवेदना जता सकती है
संविदा स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि प्रशासन की ओर से हवाला दिया जाता है कि इस समय हम सब हड़ताल पर हैं, लेकिन यही समय हमारे लिए उपयुक्त है. क्योंकि नियमित कर्मचारियों को आज बीमा का लाभ मिल रहा है. उचित वेतनमान मिल रहा है, लेकिन हमें कोरोना काल में ऐसी कोई सुविधा नहीं है. यदि इस दौरान हमारी मृत्यु भी हो जाती है, तो सरकार और प्रशासन केवल संवेदना व्यक्त कर सकती है.
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सरकार और प्रशासन से आस
उन्होंने आगे कहा कि हमारे परिवार को कोई सहयोग नहीं कर सकते हैं. क्योंकि हम बीमा के लिए अपात्र हैं और हमें आधी वेतन भी दी जा रही है, जब तक जिला प्रशासन या सरकार हमारी मांगों को लेकर लिखित आश्वासन नहीं देगी. तब तक हम हड़ताल पर रहेंगे. हालांकि आज हम सब इस्तीफा दे रहे हैं और अब आगे हम सब इसे सरकार और प्रशासन के ऊपर छोड़ रहे हैं.