बलरामपुर: साल 2021 में बलरामपुर जिले में कई ऐसी घटनाएं घटी जिसके कारण ये जिला चर्चा में रहा (Balrampur Year ender 2021). राजनीति, राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पंडो जनजाति के कई लोगों की मौत, बड़ी नक्सल वारदात को अंजाम देने की कोशिश या फिर स्वच्छ अस्पताल योजना में जिले को नंबर वन का तमगा मिलने जैसे कई बातें है जिनकी वजह से बलरामपुर सालभर सुर्खियों में रहा. आइए जानते है. इन प्रमुख घटनाओं के बारे में.
सुर्खियों में बृहस्पति सिंह
रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक बृहस्पति सिंह साल 2021 में सुर्खियों में (Ramanujganj MLA Brihaspati singh in headlines this year 2021) रहे, जुलाई के महीने में जब उन्होंने अपनी ही पार्टी के कद्दावर नेता और छत्तीसगढ़ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के करीबियों पर अंबिकापुर में अपने उपर हमला कराने का आरोप लगाया. जिसके बाद बलरामपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने विधायक बृहस्पति सिंह को पार्टी से निष्कासित करने की मांग कर दी थी. इस घटना से छत्तीसगढ़ की राजनीति गर्म हो गई थी. साथ ही ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का मामला भी चर्चा में आ गया. अगस्त के महीने में विधायक बृहस्पति सिंह और रामानुजगंज विकासखंड में पदस्थ पूर्व प्रशासनिक अधिकारी CEO और डिप्टी कलेक्टर प्रफुल्ल रजक को गालियां देते हुए बृहस्पति सिंह का ऑडियो वायरल हो गया था, हालांकि विधायक बृहस्पति सिंह ने उस वायरल ऑडियो का खंडन किया था.
राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पंडो जनजाति (adopted son of President Pando tribes deaths) के 30 से ज्यादा लोगों की मौत
जिले में इस साल राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र विशेष संरक्षित पंडो जनजाति के लोगों की लगातार हुई मौतों का मामला राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा. जिसके बाद शासन-प्रशासन सकते में आ गया. स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के तरफ से पंडो जनजाति बाहुल्य गांवों में मेडिकल कैंप लगाकर सभी का मेडिकल चेकअप किया गया. जिसमें कुपोषण प्रमुख कारण बनकर सामने आया. दूषित पानी भी एक प्रमुख कारण माना गया. इसके साथ ही बीमार होने पर अस्पताल जाने की बजाय झाड़-फूंक कराना भी एक कारण रहा. राज्य सरकार ने आनन-फानन में जून महीने में जिले में पदस्थ हुए कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल को हटा दिया और उनकी जगह पर कुन्दन कुमार को बलरामपुर जिले के नए कलेक्टर की जिम्मेदारी सौंपी.
Durg year ender 2021: खुड़मुड़ा हत्याकांड, हॉस्पिटल और मुक्तिधामों में नहीं मिली जगह
बड़ी नक्सल वारदात को अंजाम देने की कोशिश
नक्सलियों ने साल 2021 के अंत से कुछ दिनों पहले झारखंड की सीमा से लगे सामरी थाना अंतर्गत चुनचुना पुनदाग में से बन्दरचुआं मार्ग पर IED( improvised explosive device) लगाया था. जिसे CRPF और पुलिस की टीम ने रिफ्यूज करते हुए डिफ्यूज कर दिया. CRPF, पुलिस और BDS (Bomb Disposal squad) टीम के मदद से बड़ी नक्सली दुर्घटना टल गई.
Triple murder: पत्नी, मासूम बच्ची और प्रेमिका की बेरहमी से कर दी हत्या
ट्रिपल मर्डर ने जिले में सनसनी फैला दी थी. छत्रपति वर्मा ने अवैध संबंध के शक में पत्नी और मासूम बच्ची को मौत के घाट उतार दिया था. उसने अपनी प्रेमिका को भी नहीं छोड़ा और नींद की दवा खिलाकर गला रेतकर हत्या कर दी. आरोपी ने अपने कबूलनामे में कहा था कि प्रेमिका ने सोने के सिक्कों से भरा घड़ा देने की बात कही थी लेकिन वह नहीं दे रही थी. तीनों हत्या के बाद आरोपी देशभर के मंदिरों में दर्शन कर रहा था. पुलिस ने आरोपी को मध्यप्रदेश के मंडला से गिरफ्तार किया था.
स्वच्छ अस्पताल योजना में बलरामपुर को नंबर वन
स्वच्छ अस्पताल योजना में बलरामपुर जिला अस्पताल को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है. जिले को पूरे छत्तीसगढ़ में प्रथम स्थान मिला. अस्थि रोग (Bone disease) से संबंधित सैकड़ों मेजर ऑपरेशन हुए हैं. स्त्री रोग विशेषज्ञ (Obstetrics and gynaecologist) के पदस्थ होने से दूरस्थ ग्रामीण अंचल की महिलाओं को बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं मिल रही है. ज्यादातर विभागों में विशेषज्ञ चिकित्सकों कि पदस्थापना हो चुकी है. जिला अस्पताल में कैंसर के मरीजों को कीमोथेरेपी (Chemotherapy) सुविधा मिलने से लोगों को लाभ मिल रहा है.
बलरामपुर जिले में दिखा कोरोना का भयावह रूप
इस साल अप्रैल - मई के महीने में कोरोना महामारी ने भयावह रूप दिखाया. सरकारी आंकड़ों के अनुसार (Death from covid pandemic)बलरामपुर जिले में कोविड-19 से 128 लोगों की मौत हुई. लगभग 2 महीने जिला लॉकडाउन में रहा.