बलरामपुर : सरगुजा, सूरजपुर और कोरिया के बाद अब संभाग के चौथे जिले बलरामपुर में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है. जिले के राजपुर विकासखंड अंतर्गत बांटीडांड गांव में एक मजदूर कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. शुक्रवार की दोपहर युवक की रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है. पॉजिटिव पाया गया युवक तेलंगाना से लौटा था, युवक की टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद उसे मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया है.
सरगुजा संभाग की बात की जाए तो बलरामपुर जिला अब तक कोरोना के संक्रमण से मुक्त था. वहीं सूरजपुर, कोरिया के बाद सरगुजा जिले में भी कोरोना के मामले सामने आ चुके थे, लेकिन बॉर्डर का जिला होने के बाद भी बलरामपुर अब तक सुरक्षित था. बताया जा रहा है कि बलरामपुर के राजपुर विकासखंड अंतर्गत बांटीडांड के पहाड़ी कोरवा आश्रम में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर रुके हुए 30 वर्षीय मजदूर की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. यह मजदूर 13 मई को तेलंगाना से आया था, जिसके बाद से उसे क्वॉरेंटाइन सेंटर बांटीडांड में रखा गया था.
तेलंगाना से आया था मजदूर
तेलंगाना से आया मजदूर रामचंद्रपुर के धमनी नावाडीह का रहने वाला है. जानकारी के मुताबिक तेलंगाना से लौटे 22 में से 6 मजदूरों के RT-PCR सैंपल लेकर भेजे गए थे, जिनमें से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. मजदूर के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी 21 मजदूरों के सैंपल लेने की तैयारी कर रही है. इसके साथ ही कोरोना पॉजिटिव मिले क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक अधीक्षक, दो प्यून और एक गार्ड भी ड्यूटी पर थे, लेकिन इनके सैंपल लिए जाएंगे या नहीं इस पर स्थिति प्रशासन ने स्पष्ट नहीं की है.
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वहीं कोरोना पॉजिटिव आए मजदूर को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड-19 हॉस्पिटल में भेज दिया गया है. बताया जा रहा है कि पॉजिटिव पाए गए मजदूर में कोरोना के कोई भी लक्षण नहीं थे.