बलरामपुर: बलरामपुर पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. शुक्रवार को पुलिस के समक्ष दुर्दांत और पूर्व नक्सली एरिया कमांडर ने आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली सीताराम घसिया बताया जा रहा है. सीताराम घसिया पुलिस गश्ती दल पर आईईडी ब्लास्ट और फायरिंग के बाद 2006 से फरार था. वर्तमान में वह असम में सक्रिय था. एसपी राम कृष्ण साहू ने बताया कि जिले के चलगली थाना क्षेत्र के बादा गम्हरिया निवासी नक्सली सीताराम घसिया ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है.
सीताराम घसिया की क्राइम हिस्ट्री
सीताराम वर्ष 2003-04 में एमसीसी स्टेट कमेटी के भीम कोड़ाकु और एरिया कमांडर सागर के साथ नक्सल संगठन में शामिल हुआ था. नक्सली गिरोह में शामिल होने के बाद वर्ष 2004 में ही उसे पुलिस ने धारा 395 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. जेल से जमानत पर छूटने के बाद वर्ष 2005 में सीताराम घसिया अपनी पत्नी देवंती के साथ नक्सली गिरोह में फिर से शामिल हो गया था. इस दौरान भीम कोड़ाकु और सागर की मौत के बाद स्टेट कमेटी ने सीताराम घसिया को एरिया कमांडर और पत्नी देवंती को डिप्टी एरिया कमांडर बना दिया था.
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पुलिस पार्टी पर हमले का है आरोपी
एसपी ने बताया कि वर्ष 2006 में सीताराम घसिया, विकास और अन्य के साथ मिलकर पुलिस टीम पर हमला किया था. चलगली के तत्कालीन थाना प्रभारी अजितेश सिंह के नेतृत्व में निकली गश्ती दल पर उसने आईईडी ब्लास्ट कर उनपर फायरिंग की थी. इस हमले में अजीतेश सिंह के पीठ पर गोली लगी थी जिससे वह घायल हो गए थे. इस वारदात के बाद सीताराम घसिया फरार चल रहा था. छत्तीसगढ़ से भागने के बाद कमांडर सीताराम झारखण्ड, बिहार और नेपाल के साथ ही चाईना बॉर्डर पर भी सक्रिय था. साथ ही वर्तमान में सीताराम घसिया असम में नक्सली संगठन के लिए काम कर रहा था.