रामानुजगंज: सोमवार दोपहर करीब 2 बजे सोनू आयाम (उम्र 16 वर्ष) निवासी वार्ड 13 रामानुजगंज बकरी चराने के लिए बटालियन कैंप के पीछे पहाड़ी पर गया हुआ था. तभी उसके साथ यह घटना घटी. जिसके बाद मौके पर मौजूद अन्य लोग उसे रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए. जहां घायल युवक का प्राथमिक उपचार किया गया. लेकिन बर्न यूनिट की सुविधा नहीं होने के कारण बेहतर इलाज के लिए अंबिकापुर रेफर कर दिया गया.
परिजनों ने बम ब्लास्ट का लगाया आरोप : घायल युवक की बहन लक्ष्मी ने बताया कि "मेरे भाई के साथ बम ब्लास्ट जैसा हादसा हुआ है. वह बहुत ज्यादा जल गया है. उसे कोई राहत ही नहीं है. बटालियन वाले ध्यान दें. अज इसके साथ हुआ है. कल अगर किसी बच्चे के साथ ऐसा हादसा हुआ तो हम लोग कैसे रहेंगे. कहां जाएंगे. मैं बटालियन से कहना चाहूंगी की मेरे भाई का जल्द से जल्द इलाज हो."
"कुछ ब्लास्ट जैसा हुआ": घटना की चश्मदीद लालमुनि ने बताया कि "कुछ ब्लास्ट हुआ, जिससे वह जल गया. जिसकी वजह से उसे बहुत तकलीफ होने लगी. हमने उसे अपनी बाइक से हॉस्पिटल लाया. जहां उसका प्राथमिक उपचार करने के बाद उसे अंबिकापुर रेफर कर दिया गया है."
"प्राथमिक उपचार के बाद हमने रेफर कर दिया": डॉक्टर साक्षी नाग ने बताया कि 16 वर्षीय नाबालिग को रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया था. उसके परिजनों ने बताया कि वह जल गया है. जो लगभग 40-50 प्रतिशत तक जल चुका था. उसका प्राथमिक उपचार करने के बाद हमने उसे अंबिकापुर रेफर कर दिया."
बम डिस्पोजल स्कवॉयड टीम कर रही जांच: मामले में अनुविभागीय पुलिस अधिकारी एनके सूर्यवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि "कल सोमवार की शाम पुलिस को इस घटना सूचना मिली थी. पुलिस की पहल पर तत्काल घायल सोनू आयाम को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. इस घटना के बाद बम डिस्पोजल स्कवॉयड (BDS) की टीम भी मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है. पूरे क्षेत्र की सघन जांच किया जा रहा है."
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पुलिस ने दिखाई सक्रियता: घटना की सूचना मिलने पर ASP सुशील नायक SDOP एन के सूर्यवंशी और रामानुजगंज थाना प्रभारी संतलाल आयाम भी झुलसे युवक को देखने अस्पताल पहुंचे. युवक के परिजनों से चर्चा कर बेहतर उपचार के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज भेजने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की.