बलरामपुर: सरकार चाहे कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन अवैध उत्खनन पर अंकुश लगाना संभव नहीं हो पा रहा है. सरकार और प्रशासन के नाक के नीचे कुछ ठेकेदार आज भी अवैध उत्खनन कर रहे हैं, जिसकी खनिज विभाग की ओर से अनदेखी हो रही है.
पूरा मामला बलरामपुर जिले के रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 3 का है. यहां सरकारी बिल्डिंग का काम चल रहा है. बिल्डिंग बनाने की आड़ में ठेकेदार बीते 6 महीने से बलरामपुर की जीवनदायिनी कहे जाने वाली कन्हर नदी से जेसीबी मशीन और पोकलेन से हजारों ट्रक अवैध रेत बेच चुके हैं, लेकिन फिर भी अधिकारियों पर इसकी नजर नहीं गई.
विभाग ने नहीं की कोई कार्रवाई
वार्डवासियों ने बताया कि कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों और खनिज विभाग से की गई, लेकिन इसके बाद भी खनिज विभाग लगातार इसकी अनदेखी करता आ रहा है. नतीजा ये हुआ कि आज कन्हर नदी में लगभग 500 मीटर तक 6 फीट से 12 फीट के गड्ढे हो चुके हैं. ये किसी भी घटना का रूप ले सकते हैं.
वार्डवासियों को खुद ही संभाला मोर्चा
अधिकारियों के इस रवैये से परेशान होकर वार्डवासियों को खुद ही मोर्चा संभालने का फैसला किया. उन्होंने मिलकर अवैध उत्खनन पर रोक लगाने के लिए कन्हर नदी पर धरना दिया और तहसीलदार भरत कौशिक को इसकी सूचना दी. इसके बाद प्रशासन ने आनन-फानन में एक जेसीबी मशीन और हाईवा को जब्त किया है.
खनिज विभाग कर रहा कार्रवाई की बात
वहीं खनिज विभाग के जिला अधिकारी योगेंद्र सिंह ने मामले में जेसीबी मशीन और हाईवा जब्त कर खनिज एक्ट के तहत कार्रवाई की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया. कई बार इसकी सूचना भी उन्हें शहरवासियों ने दी, लेकिन आज तक खनिज विभाग ने इस पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की. वहीं रामानुजगंज के तहसीलदार भरत कौशिक की मानें, तो उन्हें इस मामले की जानकारी हाल फिलहाल मिली है, जिसके बाद उन्होंने जब्ती की.