ETV Bharat / state

तू डाल-डाल तो मैं पात-पात सरीखे खेल रहे ठेकेदार, खनिज विभाग का हाल बेहाल

सरकार चाहे कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन अवैध उत्खनन पर अंकुश लगाना संभव नहीं हो पा रहा है. अवैध उत्खनन के खिलाफ सरकार द्वारा किए गए सारे वादे खोखले नजर आ रहे हैं.

डिजाइन फोटो
author img

By

Published : Mar 28, 2019, 2:56 PM IST

बलरामपुर: सरकार चाहे कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन अवैध उत्खनन पर अंकुश लगाना संभव नहीं हो पा रहा है. सरकार और प्रशासन के नाक के नीचे कुछ ठेकेदार आज भी अवैध उत्खनन कर रहे हैं, जिसकी खनिज विभाग की ओर से अनदेखी हो रही है.

वीडियो


पूरा मामला बलरामपुर जिले के रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 3 का है. यहां सरकारी बिल्डिंग का काम चल रहा है. बिल्डिंग बनाने की आड़ में ठेकेदार बीते 6 महीने से बलरामपुर की जीवनदायिनी कहे जाने वाली कन्हर नदी से जेसीबी मशीन और पोकलेन से हजारों ट्रक अवैध रेत बेच चुके हैं, लेकिन फिर भी अधिकारियों पर इसकी नजर नहीं गई.


विभाग ने नहीं की कोई कार्रवाई
वार्डवासियों ने बताया कि कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों और खनिज विभाग से की गई, लेकिन इसके बाद भी खनिज विभाग लगातार इसकी अनदेखी करता आ रहा है. नतीजा ये हुआ कि आज कन्हर नदी में लगभग 500 मीटर तक 6 फीट से 12 फीट के गड्ढे हो चुके हैं. ये किसी भी घटना का रूप ले सकते हैं.


वार्डवासियों को खुद ही संभाला मोर्चा
अधिकारियों के इस रवैये से परेशान होकर वार्डवासियों को खुद ही मोर्चा संभालने का फैसला किया. उन्होंने मिलकर अवैध उत्खनन पर रोक लगाने के लिए कन्हर नदी पर धरना दिया और तहसीलदार भरत कौशिक को इसकी सूचना दी. इसके बाद प्रशासन ने आनन-फानन में एक जेसीबी मशीन और हाईवा को जब्त किया है.


खनिज विभाग कर रहा कार्रवाई की बात
वहीं खनिज विभाग के जिला अधिकारी योगेंद्र सिंह ने मामले में जेसीबी मशीन और हाईवा जब्त कर खनिज एक्ट के तहत कार्रवाई की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया. कई बार इसकी सूचना भी उन्हें शहरवासियों ने दी, लेकिन आज तक खनिज विभाग ने इस पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की. वहीं रामानुजगंज के तहसीलदार भरत कौशिक की मानें, तो उन्हें इस मामले की जानकारी हाल फिलहाल मिली है, जिसके बाद उन्होंने जब्ती की.

बलरामपुर: सरकार चाहे कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन अवैध उत्खनन पर अंकुश लगाना संभव नहीं हो पा रहा है. सरकार और प्रशासन के नाक के नीचे कुछ ठेकेदार आज भी अवैध उत्खनन कर रहे हैं, जिसकी खनिज विभाग की ओर से अनदेखी हो रही है.

वीडियो


पूरा मामला बलरामपुर जिले के रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 3 का है. यहां सरकारी बिल्डिंग का काम चल रहा है. बिल्डिंग बनाने की आड़ में ठेकेदार बीते 6 महीने से बलरामपुर की जीवनदायिनी कहे जाने वाली कन्हर नदी से जेसीबी मशीन और पोकलेन से हजारों ट्रक अवैध रेत बेच चुके हैं, लेकिन फिर भी अधिकारियों पर इसकी नजर नहीं गई.


विभाग ने नहीं की कोई कार्रवाई
वार्डवासियों ने बताया कि कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों और खनिज विभाग से की गई, लेकिन इसके बाद भी खनिज विभाग लगातार इसकी अनदेखी करता आ रहा है. नतीजा ये हुआ कि आज कन्हर नदी में लगभग 500 मीटर तक 6 फीट से 12 फीट के गड्ढे हो चुके हैं. ये किसी भी घटना का रूप ले सकते हैं.


वार्डवासियों को खुद ही संभाला मोर्चा
अधिकारियों के इस रवैये से परेशान होकर वार्डवासियों को खुद ही मोर्चा संभालने का फैसला किया. उन्होंने मिलकर अवैध उत्खनन पर रोक लगाने के लिए कन्हर नदी पर धरना दिया और तहसीलदार भरत कौशिक को इसकी सूचना दी. इसके बाद प्रशासन ने आनन-फानन में एक जेसीबी मशीन और हाईवा को जब्त किया है.


खनिज विभाग कर रहा कार्रवाई की बात
वहीं खनिज विभाग के जिला अधिकारी योगेंद्र सिंह ने मामले में जेसीबी मशीन और हाईवा जब्त कर खनिज एक्ट के तहत कार्रवाई की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया. कई बार इसकी सूचना भी उन्हें शहरवासियों ने दी, लेकिन आज तक खनिज विभाग ने इस पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की. वहीं रामानुजगंज के तहसीलदार भरत कौशिक की मानें, तो उन्हें इस मामले की जानकारी हाल फिलहाल मिली है, जिसके बाद उन्होंने जब्ती की.

Intro:बलरामपुर - सरकार चाहे कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन अवैध उत्खनन पर अंकुश लगाना आज भी सरकार के लिए संभव नहीं हो सका है सरकार और प्रशासन की नाक के नीचे कुछ ठेकेदार आज भी अवैध उत्खनन का काम कर रहे हैं जिसकी खनिज विभाग द्वारा अनदेखी की जा रही है

यह पूरा मामला है बलरामपुर जिले के रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 3 का जहां सरकारी बिल्डिंग का काम चल रहा है बिल्डिंग बनाने की आड़ में ठेकेदार द्वारा विगत 6 माह से बलरामपुर की जीवनदायिनी कहे जाने वाली कनहर नदी से जेसीबी मशीन और पोकलेन से हजारों ट्रक अवैध रेत बेच दिया गया परंतु फिर भी अधिकारियों पर इसकी नजर नहीं गई वार्ड वासियों ने बताया कि कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों और खनिज विभाग से की गई इसके बावजूद भी खनिज विभाग लगातार इसकी अनदेखी करता रहा नतीजा यह हुआ आज कनहर नदी में लगभग 500 मीटर तक 6 फीट से 12 फीट के गड्ढे हो चुके हैं जो किसी भी घटना को निमंत्रण दे रहे हैं।

अधिकारियों से बार बार शिकायत करने के बावजूद भी जब इस पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई तो अंत में वार्ड वासियों को खुद ही मोर्चा संभालना पड़ा वार्ड वासियों ने मिलकर अवैध उत्खनन पर रोक लगाने के लिए कन्हर नदी पर धरना दे दिया और तहसीलदार भरत कौशिक को इसकी सूचना दी जिसके बाद सदके में आई प्रशासन ने आनन फानन में एक जेसीबी मशीन और हाईवा को जप्त कर लिया है।

वहीं खनिज विभाग के जिला अधिकारी योगेंद्र सिंह से जब इस मामले में बात की गई तो अब वह जेसीबी मशीन और हाईवा को जप्त कर खनिज एक्ट के तहत कार्रवाई की बात कह रहे हैं जबकि यह उत्खनन पिछले 6 महीने से चल रहा था और कई बार इसकी सूचना भी उन्हें शहर वासियों के द्वारा दी जा चुकी थी परंतु आज तक खनिज विभाग द्वारा इस पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।

रामानुजगंज के तहसीलदार भरत कौशिक की माने तो उन्हें इस मामले की जानकारी अभी ही मिली थी जिसके बाद उनके द्वारा जप्ती की कार्यवाई की जा रही है।

बहरहाल प्रशासनिक अधिकारी चाहे जो भी कहे लेकिन पिछले 6 महीने से हो रहे अवैध उत्खनन से बलरामपुर की जीवनदायिनी कहे जाने वाली कन्हर नदी का अस्तित्व कहीं न कहीं खतरे में आ गया है और यही नहीं शासन को हुए आर्थिक हानि की जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा यह सोचने वाली बात होगी।

बाइट01 विकास गुप्ता (ग्रामीण, सफेद शर्ट में)

बाइट02 प्रकाश तिवारी (चेक शर्ट में)

बाइट03 भरत कौशिक तहसीलदार (सफेद डिजायन दार शर्ट)

बाइट04 योगेंद्र सिंह खनिज अधिकारी (डार्क ब्लू शर्ट में)Body:बलरामपुर - सरकार चाहे कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन अवैध उत्खनन पर अंकुश लगाना आज भी सरकार के लिए संभव नहीं हो सका है सरकार और प्रशासन की नाक के नीचे कुछ ठेकेदार आज भी अवैध उत्खनन का काम कर रहे हैं जिसकी खनिज विभाग द्वारा अनदेखी की जा रही है

यह पूरा मामला है बलरामपुर जिले के रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 3 का जहां सरकारी बिल्डिंग का काम चल रहा है बिल्डिंग बनाने की आड़ में ठेकेदार द्वारा विगत 6 माह से बलरामपुर की जीवनदायिनी कहे जाने वाली कनहर नदी से जेसीबी मशीन और पोकलेन से हजारों ट्रक अवैध रेत बेच दिया गया परंतु फिर भी अधिकारियों पर इसकी नजर नहीं गई वार्ड वासियों ने बताया कि कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों और खनिज विभाग से की गई इसके बावजूद भी खनिज विभाग लगातार इसकी अनदेखी करता रहा नतीजा यह हुआ आज कनहर नदी में लगभग 500 मीटर तक 6 फीट से 12 फीट के गड्ढे हो चुके हैं जो किसी भी घटना को निमंत्रण दे रहे हैं।

अधिकारियों से बार बार शिकायत करने के बावजूद भी जब इस पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई तो अंत में वार्ड वासियों को खुद ही मोर्चा संभालना पड़ा वार्ड वासियों ने मिलकर अवैध उत्खनन पर रोक लगाने के Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.