दरअसल, मामला जिले के वाड्रफनगर के आसन डी ग्राम पंचायत का है. जहां जनपद सदस्य अवधकुमार पर स्कूल में पढ़ने वाले अपने पुत्र के नाम से नकली जॉब कार्ड और फर्जी मस्टररोल बनाकर शौचालय निर्माण की स्वीकृत राशि निकालने के आरोप लगे थे. वहीं गांव के सरपंच अमृतलाल पर भी अपनी पुत्री के नाम से फर्जी दस्तावेज बनाकर बैंकों से पैसा निकालने का आरोप शामिल है.
आरटीआई से मिली जानकारी
आरटीआई के माध्यम से ग्रामीण रामप्रताप गुर्जर ने इस मामले की जानकारी हासिल की, जिसकी शिकायत सीईओ और कलेक्टर से करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद गुर्जर ने हाईकोर्ट में मामले की याचिका दायर की. कोर्ट ने जांच के आदेश भी दिए थे. आदेश के 4 महीने बाद भी अब तक आरोपियों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है.