बलरामपुर: हाथियों का एक दल रामानुजगंज वन परिक्षेत्र के कनकपुर और तकिया टोला पहुंच गया है. भोजन की तलाश में हाथियों का दल जंगल में इधर उधर भटक (Elephants in Ramanujganj Forest Range) रहा है. यह दल फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहा है. ग्रामीणों ने हाथियों के दल को कन्हर नदी के रास्ते आते हुए देखा है. हाथियों के दल की मौजूदगी से आसपास के गांवों के लोग दहशत में हैं. यह छत्तीसगढ़ झारखंड का सीमावर्ती क्षेत्र है. हालांकि वन विभाग की टीम मौके पर ग्रामीणों को जंगल की तरफ नहीं जाने और हाथियों से दूर रहने की समझाइश देते हुए मुनादी करा रही है.
दहशत में हैं ग्रामीण: रामानुजगंज वन परिक्षेत्र अंतर्गत कनकपुर और तकिया टोला जंगल में रविवार सुबह से ही 13 हाथियों का दल मौजूद है. ग्रामीण रविवार सुबह कन्हर नदी की तरफ पहुंचे तो उन्होंने देखा कि 13 हाथियों का दल नदी पार करके झारखंड से उनके गांव में पहुंच रहा है. गांव के लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. गनीमत रही कि हाथियों का दल बस्ती में ना जाकर जंगल की तरफ निकल गया, जिससे बड़ा नुकसान नहीं हुआ. तकिया टोला बस्ती में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय में गांव के बच्चे पढ़ने जाते हैं. अब हाथियों के कारण यहां खतरा मंडरा रहा है.
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कन्हर नदी के किनारे हाथियों के पैरों के निशान मौजूद: तकिया टोला में कन्हर नदी के किनारे पर हाथियों के पैरों के निशान मौजूद हैं. फिलहाल नदी में पानी कम हो गया है, जिसके कारण आसानी से हाथियों का दल नदी पार कर छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में प्रवेश कर चुका है. रामानुजगंज रामचंद्रपुर मुख्यमार्ग पर हाथी की लीद दिखाई दी है. अनुमान लगाया जा रहा है कि हाथियों का दल मुख्य सड़क पर भी आ चुका है. इस मुख्यमार्ग पर रोजाना हजारों लोगों का आवागमन रहता है. हाथियों की धमक से सड़क से गुजरने वाले लोगों के लिए कभी भी मुसीबत खड़ी हो सकती है.
रामानुजगंज में है बड़ी आबादी: हाथियों का दल रामानुजगंज नगर पंचायत क्षेत्र से 7-8 किलोमीटर दूरी पर है. रामानुजगंज में 25-30 हजार लोगों की आबादी है. अगर हाथियों का दल यहां तक पहुंच जाता है तो जानमाल का नुकसान उठाना पड़ सकता है. इसी साल फरवरी महीने में भी हाथियों का दल रामानुजगंज वन वाटिका तक पहुंच गया था.