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बलरामपुर: माकड में हाथियों ने मचाया उत्पात, कई घर हुए क्षतिग्रस्त, हमले में मवेशी घायल

राजपुर वन परिक्षेत्र में लगातार हाथियों का डर बना हुआ है. 25 हाथियों का दल यहां पहुंचा है. फिलहाल हाथी 2 दलों में बंटकर किसानों की फसल के साथ ही लोगों के घरों को भी नुकासान पहुंचा रहे हैं. 10 से 15 हाथियों के एक दल ने ग्राम पंचायत माकड में जमकर उत्पात मचाया है.

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हाथियों ने मचाया उत्पात
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Published : Sep 3, 2020, 3:57 PM IST

Updated : Sep 3, 2020, 5:15 PM IST

बलरामपुर: राजपुर वन परिक्षेत्र में हाथियों का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है. करीब 1 महीने से 25 हाथियों का दल इस इलाके में उत्पात मचा रहा है. फिलहाल हाथियों का दल 2 भागों में बंटकर अलग-अलग ग्रामीण इलाकों में विचरण कर रहा है. इलाके के ग्रामीणों में हाथियों का डर है. 10 से 15 हाथियों के एक दल ने ग्राम पंचायत माकड में जमकर उत्पात मचाया.

हाथियों ने मचाया उत्पात

सुबह हाथियों के दल ने गांव में कई घरों को तोड़ दिया और वहां रखा अनाज भी चट कर गए. हाथियों की दस्तक के साथ ही ग्रामीणों ने गांव खाली कर दिया था. हाथी लगातार किसानों के फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. हाथियों ने घर में बंधे मवेशियों पर भी हमला किया. हमले में 3 मवेशी बुरी तरह से घायल हुए हैं. जिनका इलाज किया जा रहा है.

पढ़ें: SPECIAL: सेप्टिक टैंक के पानी को किया जा रहा फिल्टर, अंबिकापुर मॉडल की देशभर में तारीफ

बता दें कि इलाके में हाथियों के पहुंचने के बाद से ही अफरा-तफरी का माहौल है. हाथी आए दिन अलग-अलग गांव में जाकर घरों को निशाना बनाने के साथ ही कई एकड़ खेत में खड़ी फसल को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. वन विभाग भी इलाके में मुस्तैद हैं. लगातार हाथियों के मूवमेंट में नजर बनाए हुए हैं.

छत्तीसगढ़ में हाथियों की मौत का मुद्दा

छत्तीसगढ़ के कई जिले हाथी प्रभावित हैं. प्रदेश में बड़ी संख्या में हाथी मौजूद हैं. प्रदेश के जंगल हाथियों के लिए अनुकूल माने जाते हैं. लेकिन हाल के कुछ महीनों में प्रदेश के अलग-अलग इलाकों मे हाथियों की मौत हुई है. जिस पर जमकर राजनीति भी हुई है. सरकार की ओर से जांच भी कराई जा रही है. अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों पर कार्रवाई हुई है. लेकिन प्रदेश में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. अब भी मानव और हाथी के बीच द्वंद जारी है.

बलरामपुर: राजपुर वन परिक्षेत्र में हाथियों का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है. करीब 1 महीने से 25 हाथियों का दल इस इलाके में उत्पात मचा रहा है. फिलहाल हाथियों का दल 2 भागों में बंटकर अलग-अलग ग्रामीण इलाकों में विचरण कर रहा है. इलाके के ग्रामीणों में हाथियों का डर है. 10 से 15 हाथियों के एक दल ने ग्राम पंचायत माकड में जमकर उत्पात मचाया.

हाथियों ने मचाया उत्पात

सुबह हाथियों के दल ने गांव में कई घरों को तोड़ दिया और वहां रखा अनाज भी चट कर गए. हाथियों की दस्तक के साथ ही ग्रामीणों ने गांव खाली कर दिया था. हाथी लगातार किसानों के फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. हाथियों ने घर में बंधे मवेशियों पर भी हमला किया. हमले में 3 मवेशी बुरी तरह से घायल हुए हैं. जिनका इलाज किया जा रहा है.

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बता दें कि इलाके में हाथियों के पहुंचने के बाद से ही अफरा-तफरी का माहौल है. हाथी आए दिन अलग-अलग गांव में जाकर घरों को निशाना बनाने के साथ ही कई एकड़ खेत में खड़ी फसल को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. वन विभाग भी इलाके में मुस्तैद हैं. लगातार हाथियों के मूवमेंट में नजर बनाए हुए हैं.

छत्तीसगढ़ में हाथियों की मौत का मुद्दा

छत्तीसगढ़ के कई जिले हाथी प्रभावित हैं. प्रदेश में बड़ी संख्या में हाथी मौजूद हैं. प्रदेश के जंगल हाथियों के लिए अनुकूल माने जाते हैं. लेकिन हाल के कुछ महीनों में प्रदेश के अलग-अलग इलाकों मे हाथियों की मौत हुई है. जिस पर जमकर राजनीति भी हुई है. सरकार की ओर से जांच भी कराई जा रही है. अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों पर कार्रवाई हुई है. लेकिन प्रदेश में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. अब भी मानव और हाथी के बीच द्वंद जारी है.

Last Updated : Sep 3, 2020, 5:15 PM IST
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