बलरामपुर: शारदीय नवरात्र के दसवें दिन विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है. जिसे लोग दशहरा भी कहते हैं. इस दिन कई जगहों पर रावण का पुतला दहन किया जाता है. शास्त्रों के अनुसार इसी दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध किया था. यही कारण है कि इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर मनाया जाता है. बलरामपुर जिले के रामानुजगंज में विजयदशमी की तैयारी पूरी कर ली गई है. कारीगर रावण के पुतले को अंतिम रूप दे रहे हैं.
रामानुजगंज में 50 फीट के रावण का होगा दहन: रामानुजगंज के हाईस्कूल ग्राउंड में रावण दहन करने के लिए 50 फीट ऊंचा रावण का पुतला तैयार किया जा रहा है. इस पुतले को तैयार करने में 6 कारीगर लगे हुए हैं. दस दिन पहले से ही पुतला बनाने का काम कारीगरों ने शुरू कर दिया था. अब पुतले की तैयारी लगभग हो चुकी है. पुतले को फाइनल लुक दिया जा रहा है.
मैं पिछले 40 साल से रावण का पुतला बनाने का काम कर रहा हूं. रामानुजगंज में 10 सालों से रावण का पुतला बना रहा हूं. ये काम मैंने अपने गुरू से सीखा है. सरगुजा संभाग में लगभग सभी जगहों पर रावण पुतला बनाने का काम मैं कर चुका हूं. रावण का पुतला तैयार करने में कई चीजों का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें बांस, तार, कांटी, पट्टी, कपड़ा, पेंट सहित अन्य चीजों का इस्तेमाल किया जाता है. -सुबल मिर्धा, कारीगर
सूरजपुर के कारीगर तैयार कर रहे पुतला: सूरजपुर जिले के रहने वाले कारीगर सुबल मिर्धा रावण का 50 फीट का पुतला तैयार कर रहे हैं. ये पिछले 40 सालों से रावण का पुतला बनाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने ये काम अपने गुरू से सीखा है. अब तक सुबल सरगुजा के चिरमिरी, बैकुंठपुर, सूरजपुर, विश्रामपुर, जशपुर में रावण का पुतला बना चुके हैं.एक रावण का पुतला तैयार करने में करीब एक लाख रुपए का खर्च आता है. मंगलवार को विजया दशमी है ऐसे में दशहरे की तैयारी यहां पूरी कर ली गई है.