बलरामपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने 21 दिनों के लॉकडाउन को देखते हुए सभी राशनकार्डधारियों को दो महीने का राशन एकमुश्त देने का फैसला लिया है. बता दें कि कई जगहों पर इसका वितरण शुरू भी हो चुका है, लेकिन बलरामपुर जिले के जनपद पंचायत राजपुर के ग्राम पंचायत कोटागहना में सोसायटी संचालक इसमें जमकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं.
कोटगहना ग्राम पंचायत में रहने वाले पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों ने शिकायत की है कि उन्हें दो महीने की राशन की जगह काफी कम राशन दिया गया है और सेल्समैन की ओर से उनके राशन को हड़प लिया गया है. यहां पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों को दो महीने का चावल 70 किलो, शक्कर दो किलो के साथ ही 4 किलो नमक मिलना था, लेकिन ग्रामीणों को 70 किलो की जगह 50 से 55 किलो चावल दिया गया है और दो किलो शक्कर की जगह आधा किलो शक्कर दिया गया है. वहीं नमक भी दो किलो ही दिया गया है. जबकि सेल्समैन ने सभी हितग्राहियों के कार्ड में पूरे दो महीने का राशन देना अंकित किया है.
राशन तौलते समय कोरवा जनजातियों को नहीं दिखाया गया
पहाड़ी कोरवाओं ने सोसायटी संचालक पर आरोप लगाया है कि राशन तौलते समय उन्हें अंदर नहीं घुसने दिया गया. सेल्समैन और उसके आदमी अंदर से बोरी में चावल भरकर लाए हैं, उसमें कितना चावल का तौल किया गया है उसे किसी को नहीं दिखाया गया है. वहीं शक्कर साफ दिख रहा है कि काफी कम है.
ग्रामीणो के विरोध करने पर सरपंच ने लगाई फटकार
ग्रामीणों ने जब इसका विरोध किया तो सेल्समैन और सरपंच ने उन्हें डांटकर वहां से भगा दिया. महिलाएं अपने साथ हो रही इस धांधली से काफी आक्रोशित हैं और पूरा राशन लौटाने की बात कर रही हैं. जब इस मामले में सरपंच और सोसाइटी प्रबंधक से बात की गई तो उन्होंने जवाब देने से इंकार कर दिया.