बलरामपुर : सरगुजा संभाग की हाईप्रोफाइल रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के कद्दावर आदिवासी नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री रामविचार नेताम को उम्मीदवार बनाया गया है. नेताम 1990 से 2013 तक रामानुजगंज के विधायक रह चुके हैं. 2013 से अब तक रामानुजगंज सीट पर कांग्रेस का कब्जा है. यहां से कांग्रेस के बृहस्पति सिंह विधायक हैं.
कौन हैं रामविचार नेताम : रामविचार नेताम बीजेपी के कद्दावर आदिवासी चेहरा हैं. जिनकी पहचान प्रदेश स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक है. नेताम छत्तीसगढ़ सरकार में गृहमंत्री भी रह चुके हैं. साथ ही राज्यसभा सांसद भी हैं. रामविचार नेताम साल 1990 से लेकर 2013 तक विधायक रह चुके हैं. छत्तीसगढ़ में जब बीजेपी की सरकार थी. उस दौरान गृह मंत्रालय भी रामविचार नेताम के पास ही था.
पिछली बार मिली थी करारी हार : आपको बता दें 2018 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने रामकिशन सिंह को रामानुजगंज विधानसभा सीट से टिकट दिया था. लेकिन बीजेपी के ही एक बागी प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में उतर गए.जिसके कारण बीजेपी के अंदर जमकर भीतरघात हुआ. यही वजह थी कि बीजेपी पिछले विधानसभा चुनाव में हार गई थी.
कौन तय करता है जीत और हार का गणित : बलरामपुर जिले का रामानुजगंज विधानसभा आदिवासी बाहुल्य है. यह विधानसभा पहले पाल के नाम से जाना जाता था. अनूसूचित जनजाति के मतदाताओं की संख्या लगभग 60-65 प्रतिशत तक है. यहां खैरवार और गोड़ जनजाति की अच्छी खासी आबादी है जो चुनाव में जीत और हार तय करते हैं. साथ ही कोड़ाकू, पंडो, कोरवा और उरांव जनजाति का भी असर है.लंबे समय तक यहां बीजेपी के कद्दावर नेता रामविचार नेताम यहां से विधायक और छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री रहे. यहां मतदाताओं की कुल संख्या 1लाख 88 हजार 650 है. इनमें 96 हजार 27 पुरुष मतदाता हैं जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 92 हजार 623 है. यहां का क्षेत्र हाथी प्रभावित है.इस बार के चुनाव में हाथी समस्या, बेरोजगारी, पानी,बिजली और सड़क जैसी समस्याएं छाई रहेंगी.