बलरामपुर : जनपद पंचायत वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत बसंतपुर का एक शिक्षक अपने बेटे के साथ इच्छा मृत्यु की मांग कर रहा है. शिक्षक निलंबन की कार्रवाई से परेशान है.इसलिए शिक्षक ने इसके लिए कलेक्टर को आवेदन लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है.शिक्षक ने कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है. न्याय नहीं मिलने पर इच्छामृत्यु देने को कहा है.
क्यों शिक्षक को किया गया निलंबित : पीड़ित शिक्षक का नाम राजेंद्र देवांगन है.जो व्याख्याता के पद पर बसंतपुर हायर सेकंडरी स्कूल में तैनात थे.इसी दौरान शिक्षक पर गंभीर आरोप लगे.आरोपों के बाद शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया. निलंबन के दौरान घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ी और बीमार पत्नी की वक्त पर सही इलाज नहीं मिलने के कारण मौत हो गई.
मेरे ऊपर झूठा आरोप लगाकर मुझ पर निलंबन की कार्रवाई की गई.जिसके कारण मेरी पत्नी का स्वर्गावास हो गया.वहीं दूसरे शिक्षकों ने मुझे जान से मारने की धमकी दी है.इसलिए मैंने कलेक्टर महोदय से न्याय मांगा है.''- राजेंद्र देवांगन, पीड़ित शिक्षक
कलेक्टर से न्याय की उम्मीद : निलंबन अवधि में आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण अब शिक्षक काफी परेशान हैं. शिक्षक की माने तो उनके साथ पढ़ाने वाले दूसरे शिक्षकों के कारण उन्हें निलंबन झेलना पड़ा है. इसलिए शिक्षक ने कलेक्टर को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है. न्याय नहीं मिलने पर इच्छा मृत्यु मांगा है.वहीं दूसरी तरफ जिला शिक्षाधिकारी का कुछ और ही कहना है.
'इच्छा मृत्यु नहीं मांगी है बल्कि प्रभारी प्राचार्य बनाने की मांग की है.जिसमें हम लोगों ने मौजूदा प्रभारी प्राचार्य से सूची मांगी है.वरिष्ठता क्रम में जो होगा उसी के मुताबिक निर्णय लिया जाएगा'-राम ललित पटेल,डीईओ
एक तरफ शिक्षक ने मीडिया के सामने स्कूल के दूसरे शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.वहीं दूसरी तरफ जिलाशिक्षाधिकारी ने इच्छामृत्यु की बात से इनकार किया है.अब देखना ये होगा कि इस मामले में कलेक्टर क्या निर्णय लेते हैं.