बलरामपुर: बलरामपुर में हाथियों का उत्पात लगातार जारी है. एक बार फिर मंगलवार रात को हाथियों ने कंचननगर गांव में उत्पात मचाया है. यहां के 6 किसानों की फसलों को हाथियों ने बुरी तरह रौंद दिया है. करीब तीन एकड़ में लगी फसलों को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है. इस घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल है. किसान फसलों के नुकसान की वजह से काफी चिंतित हैं.
धान और मक्का की फसल को हाथियों ने किया बर्बाद: हाथियों ने बीती रात मंगलवार को खेत में खड़ी मक्के और धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है. बताया जा रहा है कि दो हाथियों के दल ने फसल को रौंदने का काम किया है. किसानों को अब मुआवजे की आस है. वो जिला प्रशासन और सरकार की ओर टकटकी लगाए देख रहे हैं कि कब उन्हें मुआवजे की राशि मिलती है. वन विभाग के अधिकारियों ने खेत का मुआयना किया है. किसानों ने कहा है कि फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए वह जिला प्रशासन के पास आवेदन करेंगे.
"बीती रात दो हाथी गांव में आए थे. हमारे आधे एकड़ में लगी हुई धान और मक्का की फसल को नष्ट कर दिया है": कृष्णा पाल, किसान
किसानों ने की मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग: किसानों ने जिला प्रशासन से मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग की है. किसान सुशील विश्वास का कहना है कि" फॉरेस्ट विभाग की तरफ से फसलों के नुकसान पर बहुत कम मुआवजा राशि दी जाती है. हम मुआवजे की राशि को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. जिससे हमारे नुकसान की भरपाई हो सके".
हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों में खौफ: हाथियों के उत्पात से गांव वालों में खौफ का माहौल है. स्थानीय निवासी बिट्टू पाल ने बताया कि" बीती रात दो हाथी कंचननगर गांव में आए. धान और मक्का की फसल को नुकसान पहुंचाया. हम लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि मुआवजे की राशि को बढ़ाया जाए. फॉरेस्ट विभाग जंगल के आसपास चार पांच सिपाहियों को तैनात करके रखे. ताकि गांव में हाथी नहीं आए. हाथियों के कारण किसानों को बहुत नुकसान हो रहा है. हम लोग दहशत में हैं."
बलरामपुर का रामानुजगंज फॉरेस्ट रेंज जंगलों से घिरा हुआ है. यहां हाथियों का रहवास है. लेकिन जब जंगलों में गजराज को भोजन नहीं मिलता है तो हाथी रिहायशी क्षेत्र और खेत की तरफ आ जाते हैं. इलाके के गांव वालों को हमेशा हाथियों के हमले का डर बना रहता है. हाथियों के खौफ की वजह से ग्रामीण कंचननगर गांव में रात भर जागने को मजबूर हैं.