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Balrampur News: बलरामपुर के जरवाही गांव में लोगों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान, ये है वजह

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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Sep 24, 2023, 5:32 PM IST

Updated : Sep 24, 2023, 6:42 PM IST

Balrampur News छत्तीसगढ़ में सरकार और जिला प्रशासन की तरफ से विकास के दावे किए जा रहे हैं. लेकिन इन दावों के बीच आज भी कई गांव ऐसे हैं जहां मूलभूत सुविधाओं का विकास नहीं हो पाया है. बलरामपुर के जरवाही में भी ऐसी बातों का दावा गांव के लोग कर रहे हैं. जिसकी वजह से उन्होंने चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है.

Balrampur News
बलरामपुर के जरवाही

बलरामपुर: बलरामपुर के कई गांव ऐसे हैं. जहां आजादी के 75 साल बाद भी बुनियादी सुविधाएं पूरी तरीके से नहीं पहुंच पाई है. ऐसा ही एक गांव है जरवाही जहां आज भी लोग सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाओं के लिए बाट जोह रहे हैं. लेकिन अब तक इन्हें सुविधाएं नहीं मिल पाई है. यही वजह है कि लोगों ने अब चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का फैसला : एक तरफ जहां पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. वहीं कई ऐसे गांव भी है जहां के ग्रामीण बिजली और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. ग्राम पंचायत सेन्दुर के आश्रित ग्राम जरवाही के ग्रामीणों ने बिजली और सड़क की सुविधाएं नही मिलने का आरोप लगाया है. उन्होंने इसे लेकर चुनाव बहिष्कार का फैसला किया है. बिजली सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने की वजह से गांव वालों ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का फैसला किया है. इस बात को लेकर गांव वालों ने कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है. जिस पर उनके हस्ताक्षर हैं.

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कई बार कर चुके हैं आवेदन : गांव वालों ने बताया कि वह कई बार जिला प्रशासन के सामने आवेदन दे चुके हैं. लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. बिजली नहीं होने के कारण अंधेरे में जीवन यापन करने को मजबूर हैं. गांव में बिजली नहीं होने के कारण बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं. शाम ढलते ही ग्रामीण अपने घरों में चले जाते हैं. यहां लगभग 50-60 घर है. 150-200 की आबादी रहती है. गांव का पंचायत कार्यालय भी पीडीएस भवन में संचालित हो रहा है.



"गांव में आवागमन के लिए सड़क भी नहीं है. हम लंबे समय से बिजली और सड़क जैसी मूलभूत बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं. कई बार कलेक्टर और विधायक को ज्ञापन सौंपा है लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. पुराना पंचायत भवन जर्जर होने के बाद नया पंचायत भवन का निर्माण हो चुका है. लेकिन पंचायत कार्यालय नये भवन में शिफ्ट नहीं हो सका है. जिससे पीडीएस भवन में ही ग्राम पंचायत कार्यालय संचालित हो रहा है.": अनूप कुमारी, सरपंच

बलरामपुर जिला सरगुजा संभाग का सूदूर वनांचल क्षेत्र है. यहां की ज्यादातर आबादी अनूसूचित जनजाति वर्ग की है. लोग ग्रामीण क्षेत्रों में ही निवास करते हैं. बलरामपुर जिले में ऐसे कई गांव है जहां आज भी बिजली, सड़क और पानी जैसी मूलभूत बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो सकी है. लगातार इसके लिए मांग भी किया गया लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हुई है

बलरामपुर: बलरामपुर के कई गांव ऐसे हैं. जहां आजादी के 75 साल बाद भी बुनियादी सुविधाएं पूरी तरीके से नहीं पहुंच पाई है. ऐसा ही एक गांव है जरवाही जहां आज भी लोग सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाओं के लिए बाट जोह रहे हैं. लेकिन अब तक इन्हें सुविधाएं नहीं मिल पाई है. यही वजह है कि लोगों ने अब चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का फैसला : एक तरफ जहां पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. वहीं कई ऐसे गांव भी है जहां के ग्रामीण बिजली और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. ग्राम पंचायत सेन्दुर के आश्रित ग्राम जरवाही के ग्रामीणों ने बिजली और सड़क की सुविधाएं नही मिलने का आरोप लगाया है. उन्होंने इसे लेकर चुनाव बहिष्कार का फैसला किया है. बिजली सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने की वजह से गांव वालों ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का फैसला किया है. इस बात को लेकर गांव वालों ने कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है. जिस पर उनके हस्ताक्षर हैं.

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कई बार कर चुके हैं आवेदन : गांव वालों ने बताया कि वह कई बार जिला प्रशासन के सामने आवेदन दे चुके हैं. लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. बिजली नहीं होने के कारण अंधेरे में जीवन यापन करने को मजबूर हैं. गांव में बिजली नहीं होने के कारण बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते हैं. शाम ढलते ही ग्रामीण अपने घरों में चले जाते हैं. यहां लगभग 50-60 घर है. 150-200 की आबादी रहती है. गांव का पंचायत कार्यालय भी पीडीएस भवन में संचालित हो रहा है.



"गांव में आवागमन के लिए सड़क भी नहीं है. हम लंबे समय से बिजली और सड़क जैसी मूलभूत बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं. कई बार कलेक्टर और विधायक को ज्ञापन सौंपा है लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. पुराना पंचायत भवन जर्जर होने के बाद नया पंचायत भवन का निर्माण हो चुका है. लेकिन पंचायत कार्यालय नये भवन में शिफ्ट नहीं हो सका है. जिससे पीडीएस भवन में ही ग्राम पंचायत कार्यालय संचालित हो रहा है.": अनूप कुमारी, सरपंच

बलरामपुर जिला सरगुजा संभाग का सूदूर वनांचल क्षेत्र है. यहां की ज्यादातर आबादी अनूसूचित जनजाति वर्ग की है. लोग ग्रामीण क्षेत्रों में ही निवास करते हैं. बलरामपुर जिले में ऐसे कई गांव है जहां आज भी बिजली, सड़क और पानी जैसी मूलभूत बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो सकी है. लगातार इसके लिए मांग भी किया गया लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हुई है

Last Updated : Sep 24, 2023, 6:42 PM IST
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