रामानुजगंज : छत्तीसगढ़ को झारखंड से जोड़ने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क यानी NH 343 अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. पहले तो इस सड़क पर कई जगह पर छोटे गड्ढे थे.लेकिन पिछले दो हफ्तों के दौरान हुई बारिश ने सड़क की सूरत पहले से ज्यादा बिगाड़ दी.अब हालत ये है कि सड़क पर कई जगह पर बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं.कुछ गड्ढे इतने बड़े हैं कि लोगों को इसकी गहराई का अंदाजा नहीं रहता और वाहन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं.
कहां से कहां तक की सड़क है खस्ताहाल ? : रामानुजगंज से आरागाही, तातापानी सहित जिला मुख्यालय बलरामपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर सैकड़ों बड़े गड्ढे बन चुके हैं.बारिश के दिनों में वाहन चालक कीचड़ और गड्ढों का सामना करते हैं. जब बारिश नहीं होती तो सड़क पर चारों तरफ धूल का गुबार उड़ता है.जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
स्थानीय लोग कर चुके हैं सड़क सुधारने की मांग : बारिश के बाद अब सड़क पर बने गड्ढों की गहराई और चौड़ाई लगातार बढ़ती जा रही है.जिसके कारण कई लोग दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं.सड़क पर भारी वाहन हिचकोले खाते हुए कभी भी छोटे वाहनों से टकरा सकते हैं.कई बार स्थानीय लोगों ने सड़क को दुरुस्त करने की मांग प्रशासन से की.लेकिन अभी तक इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया है.
110 किमी की दूरी तय करने में पांच घंटे : आपको बता दें कि NH 343 सबसे व्यस्ततम राजमार्ग है.जहां से रोजाना छोटे बड़े हजारों की संख्या में वाहन गुजरते हैं. लेकिन सड़क की स्थिति जर्जर होने के कारण इस रोड में चलने पर ज्यादा समय लगता है.रामानुजगंज से अंबिकापुर तक 110 किलोमीटर की दूरी तय करने में वाहन कछुआ गति से रेंगते हैं.पहले जहां इस दूरी को तय करने में ढाई से तीन घंटे का समय लगता था.वहीं अब ये समय बढ़कर 5 घंटे हो चुका है.ऐसे में वाहनों में ईंधन की खपत भी ज्यादा हो रही है.
अफसर नहीं दे रहे ध्यान : राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सड़क की मरम्मत करने में किसी भी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. इस रोड पर चलने वाले वाहन चालकों की माने तो उन्हें माल ढोकर लाने ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.रोड खराब होने के कारण दुर्घटना होने का डर बना रहता है. ऐसे में अफसरों को चाहिए कि चुनाव से पहले इस रोड पर ध्यान दें और पहले की तरह रोड को दुरुस्त कर दें.