बलरामपुर: छत्तीसगढ़ में आज बोरे बासी त्यौहार मनाया जा रहा है. छत्तीसगढ़ सरकार ने मजदूर दिवस के दिन बोरे बासी त्यौहार मनाने की अपील की थी. प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने मजदूरों के प्रति सम्मान प्रकट करने और बोरे बासी को नई पहचान दिलाने के लिए इस दिन को मनाने की बत कही थी. आज सुबह से ही सोशल मीडिया में अधिकारी और जनप्रतिनिधि बोरे बासी खाते हुए फोटो शेयर कर रहे हैं.
जोर शोर से मनाया जा रहा बोरे बासी तिहार: आज 1 मई को श्रमिक दिवस के मौके पर आम नागरिक हो या फिर जिले के कलेक्टर एसपी, सभी बोरे बासी खा रहे हैं. बलरामपुर कलेक्टर ने बोरे बासी खाते हुए अपनी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की है. छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों में घर-घर में सुबह की शुरुआत बोरे बासी खाने के साथ ही होती है, बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बोरे बासी खाते हैं.
पोषक तत्वों से भरपूर है बोरे बासी: इस ठेठ देहाती पारंपरिक व्यंजन को प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर तक पहचान दिलाई जा रही है. गांव देहात से निकलकर इसे शहरों के रेस्टोरेंट, होटलों में भी उपलब्ध कराया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में गर्मी के मौसम में बोरे बासी खाना ज्यादा पसंद करते हैं. पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण यह सेहत और स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद भी है.
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गर्मी में लू से बचाता है बोरे बासी: बोरे बासी में पानी की मात्रा भरपूर होती है. गर्मी के दिनों में इसके सेवन से शरीर ठंडा रहता है. इसके साथ ही इसे खाने से लू लगने का खतरा बहुत कम हो जाता है. बोरे बासी ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है, पाचन क्रिया में भी मदद मिलती है. गैस और कब्ज की समस्या वाले लोगों के लिए भी यह फायदेमंद है.