बलरामपुर: छत्तीसगढ़ में 2500 रूपए प्रति क्विंटल के दर से धान खरीदी की जा रही है. इसका लाभ बिचौलिए (Middleman) उठाना चाहते हैं. जिसे गंभीरता से लेते हुए बलरामपुर में प्रशासन की तरफ से धान के अवैध परिवहन (Illegal Transportation), संग्रहण और उपार्जन केन्द्रों (Earning Centers) में पुराने धान की बिक्री के प्रयास पर प्रशासन ने कमर कस ली है. जिसके बाद बिचौलियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
अवैध धान पर हो रही कार्रवाई, बिचौलिए भी सक्रिय
बलरामपुर में धान खरीदी के दौरान बिचौलिए भी सक्रिय हैं. सीमावर्ती जिला (Border District) होने के वजह से यहां अवैध धान बिक्री के लिए आसानी से पहुंच रहा है. हालांकि प्रशासन के तरफ से भी सक्रियता दिखाते हुए अवैध धान (Illegal paddy) पर लगातार कार्रवाई जारी है.
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विकासखण्ड राजपुर ग्राम बरियों में नायब तहसीलदार, खाद्य निरीक्षक और पुलिस की संयुक्त टीम की ओर से बरियों के रहने वाले संजय कुमार गोयल के घर से 120 बोरा अवैध रूप से भण्डारित धान जब्ती की कार्रवाई की गई है. इसी प्रकार ग्राम डिगनगर निवासी विनोद गुप्ता के द्वारा अपने किराना दुकान में 80 बोरी अवैध धान भण्डारित किया गया था. जिसे जब्त कर मण्डी अधिनियम के तहत कार्रवाई को अंजाम दिया गया. बलरामपुर के विकासखण्ड वाड्रफनगर के धान खरीदी केन्द्र वाड्रफनगर में कृषक कुंवर सिंह के द्वारा 100 बोरी धान विक्रय के लिए लाया गया था. जांच के दौरान उक्त 100 बोरी धान में 30 बोरी धान कृषक का तथा शेष 70 बोरी अवैध धान कोचिया का था. जिसे जब्त कर मण्डी अधिनियम (Market act) के तहत कार्रवाई की गई है.
अवैध धान पर त्वरित कार्रवाई करें अधिकारी: कलेक्टर
कलेक्टर कुन्दन कुमार के निर्देश पर राजस्व और खाद्य विभाग अवैध धान के परिवहन (Transportation of illegal Paddy) और विक्रय को रोकने का प्रयास कर रहा है. कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि धान के अवैध परिवहन एवं संग्रहण पर सभी अधिकारी-कर्मचारी प्राथमिकता के साथ त्वरित कार्रवाई करें.