रायपुर: बिलासपुर के अरमान उभरानी 12 मिनट 28 सेकेंड के वक्त में 100 अलग अलग संख्याओं का सही उत्तर बताने में माहिर हैं. इस कारनामे को करने वाले उरमान का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में भी दर्ज है. अरमान की इसी विलक्ष्ण प्रतिभा को देखते हुए उनका नाम प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए चुना गया है. अरमान के पिता बिजनेस मैन हैं. घरवाले बताते हैं कि बचपन से ही अरमान होनहार है. बच्चों की मैथ्स की किताब छोड़ वो बड़ों के मैथ्स बनाकर उसे मिनटों में हल कर देता था.
किनको दिया जाता है ये सम्मान: प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार असाधारण क्षमताओं और उत्कृष्ट उपलब्धियों वाले बच्चों को दिया जाता है. यह पुरस्कार 5 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को बहादुरी, कला और संस्कृति, पर्यावरण, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा और खेल के लिए सात श्रेणियों में उनकी उत्कृष्टता के लिए दिए जाते हैं. पीएमआरबीपी के प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक पदक, प्रमाण पत्र और एक प्रशस्ति पुस्तिका दी जाती है. छत्तीसगढ़ से अरमान उभरानी को लोग गूगल बॉय के नाम से भी जानते हैं.
दिल्ली के विज्ञान भवन में मिलेगा पुरस्कार: पुरस्कार 22 जनवरी, 2024 को विज्ञान भवन में आयोजित एक औपचारिक समारोह में भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किए जाएंगे. राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 के लिए इस बार देशभर से 19 बच्चों का चयन किया गया है जिसमें बिलासपुर के अरमान उभरानी भी शामिल हैं. जिन बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए चुना गया है वो बच्चे 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के परेड में भी शामिल होंगे. अरमान उभरानी के परिवार वाले अपने बेटे की इस सफलता पर काफी खुश हैं. बिलासपुर और पूरे छत्तीसगढ़ के लिए भी ये सम्मान की बात है कि बिलासपुर का बेटा राष्ट्रपति के हाथों सम्मान लेगा और गणतंत्र दिवस परेड की शोभा बनेगा.