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लॉकडाउन: पश्चिम बंगाल से कई किलोमीटर का सफर तय कर अंबिकापुर पहुंचे 23 मजदूर

लॉकडाउन के बाद पश्चिम बंगाल से 23 मजदूर कई किलोमीटर का सफर तय कर अंबिकापुर पहुंचे.

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पश्चिम बंगाल से कई किलोमीटर का सफर तय कर अंबिकापुर पहुंचे 23 मजदूर
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Published : Mar 30, 2020, 4:07 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

अंबिकापुर: लॉकडाउन ने पूरे देश की कमर तोड़ कर रख दी है. रोजी-रोटी के चक्कर में दूसरे राज्य गए गरीब मजदूर अब वापस अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. ऐसी ही तस्वीर अंबिकापुर में भी देखने को मिली. जहां पश्चिम बंगाल से कई किलोमीटर का सफर तय कर 23 मजदूर वापस अंबिकापुर पहुंचे. लेकिन अभी भी इनकी मंजिल दूर है.

पश्चिम बंगाल से कई किलोमीटर का सफर तय कर अंबिकापुर पहुंचे 23 मजदूर

ये सभी मजदूर मध्यप्रदेश के बिजुरी और आस-पास के गांवों के रहने वाले हैं, जो पश्चिम बंगाल के सोनामुखी में रेलवे में ठेकेदारी का काम करते थे. लेकिन लॉकडाउन के बाद अब इनके पास कोई काम नहीं है. जिससे 23 मजदूर 582 किलोमीटर का सफर तय कर अंबिकापुर पहुंचे. इस दौरान ये मजदूर लगभग 200 किलोमीटर पैदल चले तो कुछ जगहों पर गाड़ियों से लिफ्ट लिया.

अंबिकापुर पहुंचे इन मजदूरों को शहर के यात्री प्रतीक्षालय में ठहराया गया है. लेकिन यहां जिला प्रशासन की तरफ से की गई व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है. यहां ना खाने की व्यवस्था है और ना ही ठीक से रहने की, जिससे सभी मजदूर पैदल ही अपने गांव निकलने की बात कह रहे है. अब देखने वाली बात होगी कि इन्हें प्रशासन की तरफ से कोई मदद मिल पाती है या नहीं ?

अंबिकापुर: लॉकडाउन ने पूरे देश की कमर तोड़ कर रख दी है. रोजी-रोटी के चक्कर में दूसरे राज्य गए गरीब मजदूर अब वापस अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. ऐसी ही तस्वीर अंबिकापुर में भी देखने को मिली. जहां पश्चिम बंगाल से कई किलोमीटर का सफर तय कर 23 मजदूर वापस अंबिकापुर पहुंचे. लेकिन अभी भी इनकी मंजिल दूर है.

पश्चिम बंगाल से कई किलोमीटर का सफर तय कर अंबिकापुर पहुंचे 23 मजदूर

ये सभी मजदूर मध्यप्रदेश के बिजुरी और आस-पास के गांवों के रहने वाले हैं, जो पश्चिम बंगाल के सोनामुखी में रेलवे में ठेकेदारी का काम करते थे. लेकिन लॉकडाउन के बाद अब इनके पास कोई काम नहीं है. जिससे 23 मजदूर 582 किलोमीटर का सफर तय कर अंबिकापुर पहुंचे. इस दौरान ये मजदूर लगभग 200 किलोमीटर पैदल चले तो कुछ जगहों पर गाड़ियों से लिफ्ट लिया.

अंबिकापुर पहुंचे इन मजदूरों को शहर के यात्री प्रतीक्षालय में ठहराया गया है. लेकिन यहां जिला प्रशासन की तरफ से की गई व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है. यहां ना खाने की व्यवस्था है और ना ही ठीक से रहने की, जिससे सभी मजदूर पैदल ही अपने गांव निकलने की बात कह रहे है. अब देखने वाली बात होगी कि इन्हें प्रशासन की तरफ से कोई मदद मिल पाती है या नहीं ?

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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