सरगुजा: कोरोना संक्रमण का प्रभाव दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. संक्रमण के बढ़ने के साथ ही सैनिटाइजर और मास्क की मांग भी बढ़ने लगी है. लॉकडाउन की घोषणा के बाद प्रदेश के अधिकतर दुकानों में सैनिटाइजर और मास्क खत्म हो चुका था. इसे देखते हुए सरगुजा की स्व सहायता समूह की महिलाओं ने मास्क बनाने का काम शुरू किया.
मास्क की मांग को देखते हुए मदद के लिए शुरू किया गया काम इन महिलाओं को अब आर्थिक रूप से मजबूत भी बना रहा है. अब तक इस स्व सहायता समूह की महिलाओं के 72 हजार से अधिक मास्क बिक चुके है. महज 10 से 20 रुपए की कीमत वाले इस मास्क के बदले ये महिलाएं 13 लाख रुपए की आमदनी कर चुकी हैं.
35-40 स्व सहायता समूह बना रहे मास्क
कलेक्टर सारांश मित्तर ने बताया कि मास्क की कमी को देखते हुए स्व सहायता समूहों को मास्क बनाने की ट्रेनिंग दी गई. इसके बाद 35 से 40 ऐसे स्व सहायता समूह मास्क बनाने का काम करने लगे. इनके बनाए कपड़े के मास्क महज 10 से 20 रुपए में बेचे गए. इतनी बड़ी संख्या में मास्क बनाए जाने की वजह से पूरे जिले में मास्क की कमी नहीं आई है.
आर्थिक रूप से हो रही मजबूत
ये महिलाएं इस महामारी के समय कपड़े के मास्क बनाकर खुद आर्थिक रूप से मजबूत बना रही हैं. महिलाएं मास्क बनाकर जिला प्रशासन को उपलब्ध कराती हैं. ये 2 तरह के मास्क बनाती हैं जिसके हिसाब से इसकी कीमत तय की जाती है.