सरगुजा : बढ़ती आबादी और आधुनिकता की दौड़ में लोग सिर्फ वर्तमान की चिंता करते हैं, भविष्य में उसके क्या परिणाम होंगे, ये कोई नहीं सोचता. गिरता जल स्तर एक गंभीर समस्या है. इसे लेकर लोगों को समय रहते जागरूक होने की जरूरत है.
दरअसल, नगर निगम के नियम और निवेश के तहत भवन अनुज्ञा तभी दी जाती है जब भवन स्वामी की ओर से वाटर हार्वेस्टिंग बनाने का वादा किया जाता है. इसके लिए वाटर हार्वेस्टिंग की राशि पहले ही नगर निगम में जमा करा ली जाती है. एक वर्ष के अंदर अगर वाटर हार्वेस्टिंग भवन में बना लिया जाता है, तो राशि वापस कर दी जाती है.
फिलहाल, अम्बिकापुर नगर निगम क्षेत्र में 17 सौ भवनों में से महज 658 लोगों ने वाटर हार्वेस्टिंग की राशि वापस ली है. मतलब 1042 लोगों ने अभी भी वाटर हार्वेस्टिंग नहीं बनाया है. 658 लोगों के 52 लाख रुपये नगर निगम ने लौटा दिए हैं और अभी भी 2 करोड़ रुपए बतौर अमानत नगर निगम में जमा है. उसमें अतिरिक्त कुछ ऐसे मकान भी हैं, जिनका रिकार्ड भवन अनुज्ञा में नहीं है.
इस संबंध में निगम आयुक्त ने बताया की वाटर हार्वेस्टिंग बनाने के लिए एक वर्ष का समय दिया जाता है, जिनका भी एक वर्ष से अधिक समय हो चुका है, उनकी अमानत राशि वापस की जाएगी. वहीं आने वाले 15 जून तक तेजी से वाटर हार्वेस्टिंग के कार्य किये जायेंगे.