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सरगुजा में 1042 लोगों ने नहीं बनवाया है वाटर हार्वेस्टिंग, निगम के पास जमा है 2 करोड़ की अमानत राशि

अम्बिकापुर नगर निगम क्षेत्र में 17 सौ भवनों में से महज 658 लोगों ने वाटर हार्वेस्टिंग की राशि वापस ली है. मतलब 1042 लोगों ने अभी भी वाटर हार्वेस्टिंग नहीं बनाया है.

सरगुजा में 1042 लोगों ने नहीं बनवाया है वाटर हार्वेस्टिंग,
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Published : May 27, 2019, 11:40 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा : बढ़ती आबादी और आधुनिकता की दौड़ में लोग सिर्फ वर्तमान की चिंता करते हैं, भविष्य में उसके क्या परिणाम होंगे, ये कोई नहीं सोचता. गिरता जल स्तर एक गंभीर समस्या है. इसे लेकर लोगों को समय रहते जागरूक होने की जरूरत है.

सरगुजा में 1042 लोगों ने नहीं बनवाया है वाटर हार्वेस्टिंग,

दरअसल, नगर निगम के नियम और निवेश के तहत भवन अनुज्ञा तभी दी जाती है जब भवन स्वामी की ओर से वाटर हार्वेस्टिंग बनाने का वादा किया जाता है. इसके लिए वाटर हार्वेस्टिंग की राशि पहले ही नगर निगम में जमा करा ली जाती है. एक वर्ष के अंदर अगर वाटर हार्वेस्टिंग भवन में बना लिया जाता है, तो राशि वापस कर दी जाती है.

फिलहाल, अम्बिकापुर नगर निगम क्षेत्र में 17 सौ भवनों में से महज 658 लोगों ने वाटर हार्वेस्टिंग की राशि वापस ली है. मतलब 1042 लोगों ने अभी भी वाटर हार्वेस्टिंग नहीं बनाया है. 658 लोगों के 52 लाख रुपये नगर निगम ने लौटा दिए हैं और अभी भी 2 करोड़ रुपए बतौर अमानत नगर निगम में जमा है. उसमें अतिरिक्त कुछ ऐसे मकान भी हैं, जिनका रिकार्ड भवन अनुज्ञा में नहीं है.

इस संबंध में निगम आयुक्त ने बताया की वाटर हार्वेस्टिंग बनाने के लिए एक वर्ष का समय दिया जाता है, जिनका भी एक वर्ष से अधिक समय हो चुका है, उनकी अमानत राशि वापस की जाएगी. वहीं आने वाले 15 जून तक तेजी से वाटर हार्वेस्टिंग के कार्य किये जायेंगे.

सरगुजा : बढ़ती आबादी और आधुनिकता की दौड़ में लोग सिर्फ वर्तमान की चिंता करते हैं, भविष्य में उसके क्या परिणाम होंगे, ये कोई नहीं सोचता. गिरता जल स्तर एक गंभीर समस्या है. इसे लेकर लोगों को समय रहते जागरूक होने की जरूरत है.

सरगुजा में 1042 लोगों ने नहीं बनवाया है वाटर हार्वेस्टिंग,

दरअसल, नगर निगम के नियम और निवेश के तहत भवन अनुज्ञा तभी दी जाती है जब भवन स्वामी की ओर से वाटर हार्वेस्टिंग बनाने का वादा किया जाता है. इसके लिए वाटर हार्वेस्टिंग की राशि पहले ही नगर निगम में जमा करा ली जाती है. एक वर्ष के अंदर अगर वाटर हार्वेस्टिंग भवन में बना लिया जाता है, तो राशि वापस कर दी जाती है.

फिलहाल, अम्बिकापुर नगर निगम क्षेत्र में 17 सौ भवनों में से महज 658 लोगों ने वाटर हार्वेस्टिंग की राशि वापस ली है. मतलब 1042 लोगों ने अभी भी वाटर हार्वेस्टिंग नहीं बनाया है. 658 लोगों के 52 लाख रुपये नगर निगम ने लौटा दिए हैं और अभी भी 2 करोड़ रुपए बतौर अमानत नगर निगम में जमा है. उसमें अतिरिक्त कुछ ऐसे मकान भी हैं, जिनका रिकार्ड भवन अनुज्ञा में नहीं है.

इस संबंध में निगम आयुक्त ने बताया की वाटर हार्वेस्टिंग बनाने के लिए एक वर्ष का समय दिया जाता है, जिनका भी एक वर्ष से अधिक समय हो चुका है, उनकी अमानत राशि वापस की जाएगी. वहीं आने वाले 15 जून तक तेजी से वाटर हार्वेस्टिंग के कार्य किये जायेंगे.

Intro:सरगुजा : बढ़ती आबादी और आधुनिकता की दौड़ में लोग सिर्फ वर्तमान की चिंता करते हैं, भविष्य में उनके क्या परिणाम आने वाले हैं ये सोचने की किसी को नही पड़ी, वहीं जब शासन द्वारा इस चिंता को नियम में तब्दील कर दिया जाता है तो लोग उसे ही एक सरकारी आदेश मान कर टाल देते हैं, लेकिन ये आने वाली पीढी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, हम बात कर रहे हैं धरती के गिरते जल स्तर की, जिस तरह आज नलकूप के माध्यम से धरती के नीचे का जल निकाला जा रहा है, उससे जल स्तर में बड़ी गिरावट आई है, लेकिन इस जल स्तर को बढ़ाने के लिए लोग संजीदा नही हैं।

अम्बिकापुर नगर निगम क्षेत्र में नगर निगम ने नगर निवेश के नियमो के तहत भवन अनुज्ञा में एक नियम बना लिया है, जिसमे भवन अनुज्ञा तभी दी जाती है जब वाटर हार्वेस्टिंग भवन स्वामी द्वारा बनाने का वादा किया जाए, इसके लिए वाटर हार्वेस्टिंग की राशि पहले ही नगर निगम में जमा करा ली जाती है, और एक वर्ष के समय मे अगर वाटर हार्वेस्टिंग उक्त भवन में बना लिया जाता है तो राशि वापस कर दी जाती है




Body:फिलहाल अम्बिकापुर नगर निगम क्षेत्र में 17 सौ भवनों में से महज 658 लोगो ने वाटर हार्वेस्टिंग की राशि वापस प्राप्त की है, मतलब 1042 लोगो ने अभी भी वाटर हार्वेस्टिंग नही बनाया है, 658 लोगो के 52 लाख रुपये नगर निगम ने लौटा दिए हैं और अभी भी 2 करोड़ रुपये बतौर अमानत नगर निगम में जमा है।

उसमे अतिरिक्त कुछ ऐसे मकान भी हैं जिनका रिकार्ड भवन अनुज्ञा में नही होता है, जरूरत है निगम को ऐसे लोगो की पहचान कर उन पर कार्रवाई करने की साथ ही शासकीय भवनों में भी वाटर हार्वेस्टिंग की स्थिति को जांचना होगा।

इस संबंध में निगम आयुक्त ने बताया की वाटर हार्वेस्टिंग बनाने के लिए एक वर्ष का समय दिया जाता है, जिनका भी एक वर्ष से अधिक समय हो चुका है उनकी अमानत राशि राजसात की जाएगी। वहीं आने वाले 15 जून तक तेजी से वाटर हार्वेस्टिंग के कार्य किये जायेंगे।


Conclusion:बहरहाल इस संबंध में जितनी जरूरी कार्रवाई है उससे कही ज्यादा जरूरी है जन जागरूकता, क्योकी जीवन के लिए जल को बचाने जब तक सभी जागरूक नही होंगे तब तक यह संभव नही।

बाईट01_मनोज सिंह (निगम आयुक्त अम्बिकापुर)

देश दीपक सरगुजा
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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