ETV Bharat / state

सरगुजा में कोरोना के इलाज के लिए अस्पतालों में वेटिंग शुरू

छत्तीसगढ़ में कोरोना ने कोहराम मचा रखा है. शासकीय कोविड अस्पताल अंबिकापुर में 100 बेड के साथ 10 बेड आईसीयू के है. वहीं 144 बिस्तर की व्यवस्था प्राइवेट अस्पतालों में है.लेकिन सरगुजा के अस्पतालों में भी अब इलाज के लिए मरीजों की वेटिंग शरू हो गई है.

covid hospital ambikapur
सरगुजा में कोरोना के इलाज के लिए अस्पतालों में वेटिंग शुरू
author img

By

Published : Apr 14, 2021, 10:13 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: छत्तीसगढ़ में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. सरगुजा संभाग में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. हालांकि रायपुर, दुर्ग जिलों की तुलना में सरगुजा में हालत अभी काबू में हैं. शासकीय कोविड अस्पताल अंबिकापुर में 100 बेड के साथ 10 बेड आईसीयू के है. वहीं 144 बिस्तर की व्यवस्था प्राइवेट अस्पतालों में है.

शासकीय कोविड अस्पताल में रोजाना औसतन 16 से 17 मरीज एडमिट होते हैं. यहां हर तीसरे घंटे 2 कोरोना मरीज एडमिट किए जा रहे हैं. वर्तमान में इस अस्पताल में 87 बेड में मरीज हैं. 10 बेड आईसीयू के है. अभी 7 आईसीयू के ही मरीज हैं. लेकिन सरगुजा में भी अब मरीजों की वेटिंग शरू हो गई है. निजी और शासकीय कोविड अस्पताल में बेड खाली होने के पहले ही बेड के लिए वेटिंग बनी रहती है.

10 दिन में 13 की मौत के बाद दुर्ग का खर्रा गांव बना कंटेनमेंट जोन

कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार

कोरोना मरीज की मौत के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन से शव लेने के लिए परिजनों को आवेदन करना होता है. जिसके बाद मेडिकल कॉलेज मृतक के जिले के कलेक्टर को अनुमति के लिए रिक्वेस्ट भेजते हैं. कलेक्टर कार्यालय से अनुमति मिलने के बाद शव परिजनों को सौंपा जाता है. लेकिन शव को परिजन अपने वाहन से नहीं ले जा सकते हैं. अस्पताल की टीम मुक्तांजलि वाहन से ही शव को श्मसान घाट तक पहुंचाती है. स्वास्थ्य विभाग मृतक के परिजनों को 4 पीपीई किट देता है, ताकि अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले 4 लोग संक्रमण से बच सकें.

अंतिम संस्कार के दौरान प्रशासन की टीम रहती है मौजूद

कलेक्टर कार्यालय में दी गई सूचना के आधार पर संबंधित श्मशान घाट क्षेत्र के तहसीलदार प्रशासन की टीम के साथ श्मसान घाट पहुंचकर शव का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत कराते हैं. सरगुजा संभाग में फिलहाल किसी भी श्मसान घाट में वेटिंग जैसी स्थिति नहीं है.

सरगुजा: छत्तीसगढ़ में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. सरगुजा संभाग में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. हालांकि रायपुर, दुर्ग जिलों की तुलना में सरगुजा में हालत अभी काबू में हैं. शासकीय कोविड अस्पताल अंबिकापुर में 100 बेड के साथ 10 बेड आईसीयू के है. वहीं 144 बिस्तर की व्यवस्था प्राइवेट अस्पतालों में है.

शासकीय कोविड अस्पताल में रोजाना औसतन 16 से 17 मरीज एडमिट होते हैं. यहां हर तीसरे घंटे 2 कोरोना मरीज एडमिट किए जा रहे हैं. वर्तमान में इस अस्पताल में 87 बेड में मरीज हैं. 10 बेड आईसीयू के है. अभी 7 आईसीयू के ही मरीज हैं. लेकिन सरगुजा में भी अब मरीजों की वेटिंग शरू हो गई है. निजी और शासकीय कोविड अस्पताल में बेड खाली होने के पहले ही बेड के लिए वेटिंग बनी रहती है.

10 दिन में 13 की मौत के बाद दुर्ग का खर्रा गांव बना कंटेनमेंट जोन

कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार

कोरोना मरीज की मौत के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन से शव लेने के लिए परिजनों को आवेदन करना होता है. जिसके बाद मेडिकल कॉलेज मृतक के जिले के कलेक्टर को अनुमति के लिए रिक्वेस्ट भेजते हैं. कलेक्टर कार्यालय से अनुमति मिलने के बाद शव परिजनों को सौंपा जाता है. लेकिन शव को परिजन अपने वाहन से नहीं ले जा सकते हैं. अस्पताल की टीम मुक्तांजलि वाहन से ही शव को श्मसान घाट तक पहुंचाती है. स्वास्थ्य विभाग मृतक के परिजनों को 4 पीपीई किट देता है, ताकि अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले 4 लोग संक्रमण से बच सकें.

अंतिम संस्कार के दौरान प्रशासन की टीम रहती है मौजूद

कलेक्टर कार्यालय में दी गई सूचना के आधार पर संबंधित श्मशान घाट क्षेत्र के तहसीलदार प्रशासन की टीम के साथ श्मसान घाट पहुंचकर शव का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत कराते हैं. सरगुजा संभाग में फिलहाल किसी भी श्मसान घाट में वेटिंग जैसी स्थिति नहीं है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.