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अपने लोकतंत्र के हम भी हैं प्रहरी, ETV भारत ने वोटर्स को ऐसे किया जागरूक - मतदाता जागरूकता अभियान

शहरी क्षेत्र में लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान के लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रशासन की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं. इस कड़ी में जिले में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.

मतदाता जागरूकता अभियान
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Published : Apr 2, 2019, 10:40 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

मतदाता जागरूकता अभियान
सरगुजा: शहरी क्षेत्र में लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान के लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रशासन की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं. इस कड़ी में जिले में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. ईटीवी भारत ने भी प्रशासन के साथ मिलकर सरगुजा मुख्यालय में लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया.

जिला प्रशासन के द्वारा चलाए जा रहे मतदाता जागरूकता अभियान के प्रभारी गिरीश गुप्ता सहित, अलग-अलग क्षेत्र के मतदान आइकॉन इस कैंपेन का हिस्सा बने और शहरी लोगों को मतदान के लिये प्रेरित किया.

इस दौरान दिव्यांग आइकॉन का मानना है की दिव्यांग मतदाताओं के लिये पोलिंग बूथ तक जाने के लिए वाहन की व्यवस्था निर्वाचन आयोग द्वारा की जानी चाहिए. वहीं मतदान केंद्रों में व्हील चेयर को मतदान केंद्रों से बाहर रखने का नवाचार इस लोकसभा चुनाव में किया जाना है.

थर्ड जेंडर मतदाता आइकॉन ने बताया की अब किन्नर समाज भी मतदान में न सिर्फ हिस्सा बनता है बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी मतदान के लिये प्रेरित करता है. किन्नर समाज के सामने आम मतदान केंद्रों में मतदान करना एक चुनौती जैसा था. पुरुषों के बीच वे खुद को असहज महसूस करते थे. लेकिन अब संगवारी बूथ बनने से वे महिलाओं के साथ मतदान कर अच्छा महसूस करते हैं.

यूथ आइकॉन का मानना है की मतदाता जागरूकता के लिए युवा ही बड़ी क्रांति ला सकते हैं. युवाओं की संख्या अधिक हैं और युवा एक सैनिक की तरह लोगों को मतदान के लिए जागरूक कर सकते हैं.

इस पूरे कैंपेन में मतदाता जागरूकता प्रभारी गिरीश गुप्ता ने इस कैंपेन के लिए ईटीवी भारत का आभार व्यक्त किया. इसके साथ ही उन्होंने बताया की किस तरह से मतदाता जागरूकता के लिये जिला प्रशासन एक मुहिम के तहत प्रायस कर रहा है.

मतदाता जागरूकता अभियान
सरगुजा: शहरी क्षेत्र में लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान के लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रशासन की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं. इस कड़ी में जिले में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. ईटीवी भारत ने भी प्रशासन के साथ मिलकर सरगुजा मुख्यालय में लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया.

जिला प्रशासन के द्वारा चलाए जा रहे मतदाता जागरूकता अभियान के प्रभारी गिरीश गुप्ता सहित, अलग-अलग क्षेत्र के मतदान आइकॉन इस कैंपेन का हिस्सा बने और शहरी लोगों को मतदान के लिये प्रेरित किया.

इस दौरान दिव्यांग आइकॉन का मानना है की दिव्यांग मतदाताओं के लिये पोलिंग बूथ तक जाने के लिए वाहन की व्यवस्था निर्वाचन आयोग द्वारा की जानी चाहिए. वहीं मतदान केंद्रों में व्हील चेयर को मतदान केंद्रों से बाहर रखने का नवाचार इस लोकसभा चुनाव में किया जाना है.

थर्ड जेंडर मतदाता आइकॉन ने बताया की अब किन्नर समाज भी मतदान में न सिर्फ हिस्सा बनता है बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी मतदान के लिये प्रेरित करता है. किन्नर समाज के सामने आम मतदान केंद्रों में मतदान करना एक चुनौती जैसा था. पुरुषों के बीच वे खुद को असहज महसूस करते थे. लेकिन अब संगवारी बूथ बनने से वे महिलाओं के साथ मतदान कर अच्छा महसूस करते हैं.

यूथ आइकॉन का मानना है की मतदाता जागरूकता के लिए युवा ही बड़ी क्रांति ला सकते हैं. युवाओं की संख्या अधिक हैं और युवा एक सैनिक की तरह लोगों को मतदान के लिए जागरूक कर सकते हैं.

इस पूरे कैंपेन में मतदाता जागरूकता प्रभारी गिरीश गुप्ता ने इस कैंपेन के लिए ईटीवी भारत का आभार व्यक्त किया. इसके साथ ही उन्होंने बताया की किस तरह से मतदाता जागरूकता के लिये जिला प्रशासन एक मुहिम के तहत प्रायस कर रहा है.

Intro:सरगुजा : लोकतंत्र के महापर्व का हिस्सा बनना भारतीय गणतंत्र के हर नागरिक का ना सिर्फ अधिकार है बल्कि एक महत्वपूर्ण कर्तव्य भी है, 5 साल के लिये हम अपने देश की सरकार, यानी की भारत भाग्य विधाता चुनते है, और ऐसे में हमारा एक वोट ही बहोत कीमती होता है इस देश की दशा और दिशा बदलने में, लिहाजा इससे आवश्यक काम मतदान के दिन और कोई दूसरा होना ही नही चाहिए, लेकिन शिक्षा और साक्षरता दोनो होने के बावजूद भी ना जाने क्यों मतदान का प्रतिशत कभी भी शत प्रतिशत नही होता है, लोग मतदान करने से बचते हैं, ऐसे लोग जो मतदान के प्रतिशत को कम करने के कारक बनते है उनकी प्राथमिकता मतदान से अधिक कुछ और होती हैं, वहीं ताजज्जुब की बात तो यह है की चुनाव में ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान के प्रति जागरूकता अधिक देखी जाती है जबकी शहरी क्षेत्रों में कम, जबकी ठीक इसके उलट शिक्षा और साक्षरता के क्षेत्र में शहरी क्षेत्र ग्रामीणों से कहीं आगे हैं, अर्थात शिक्षित लोग ही मतदान से बचते हैं, इस संबंध में एक्पर्ट का मानना है की निर्वाचन के लिये निर्वाचन आयोग लोगो को एक दिन का अवकाश देता है, और लोग उसका दुरुपयोग करते है, शासकीय सेवा सहित निजी संस्थान भी मतदान के लिये अवकाश देते हैं लेकिन लोग अवकाश में मतदान ना कर आउटिंग पर जाते है, पिकनिक जैसे व्यक्तिगत कार्यो में अपना समय गंवाते हैं।

बहरहाल शहरी क्षेत्र में मतदान के प्रति जागरूकता लाने ईटीव्ही भारत ने भी एक प्रयास किया और सरगुजा जिला प्रशासन के साथ मिलकर सरगुजा मुख्यालय अम्बिकापुर में लोगो को मतदान के प्रति जागरूक किया, जिला प्रशासन के द्वारा चलाये जा रहे मतदाता जागरूकता अभियान के प्रभारी गिरीश गुप्ता सहित, अलग अलग क्षेत्र के मतदान आइकॉन इस कैंपेन का हिस्सा बने और शहरी लोगो को मतदान के लिये प्रेरित किया।

इस दौरान दिव्यांग आइकॉन का मानना है की दिव्यांग मतदाताओ के लिये पोलिंग बूथ तक जाने के लिए वाहन की व्यवस्था निर्वाचन आयोग द्वारा की जानी चाहिए, वहीं मतदान केंद्रों में व्हील चेयर को मतदान केन्द्र से बाहर रखने का नवाचार इस लोकसभा चुनाव में किया जाना है।

वहीं थर्ड जेंडर मतदाता आइकॉन ने बताया की उनके समाज के लोग पहले बस नाच गाने में ही व्यस्त रहते हैं लेकिन वो धीरे धीरे उनमे जागरूकता ला रही हैं और अब किन्नर समाज भी मतदान में ना सिर्फ हिस्सा बनता है बल्कि समाज के अन्य लोगो को भी मतदान के लिये प्रेरित करता है, किन्नर समाज के सामने आम मतदान केंद्रों में मतदान करना एक चुनौती जैसा था, पुरुषों के बीच वो खुद को असहज महसूस करते थे लेकिन अब संगवारी बूथ बनने से वो महिलाओ के साथ मतदान कर अच्छा महसूस करते हैं।

इधर यूथ आइकॉन का मानना है की मतदाता जागरूकता के लिए युवा ही बड़ी क्रांति ला सकते हैं, क्योकी युवाओ की संख्या भी अधिक हैं और युवा एक सैनिक की तरह लोगो को मतदान के लिए जागरूक कर सकता है, क्योकी मतदान हम किसी औऱ के लिए नही बल्कि खुद का भविष्य तय करने के लिए करते हैं।

इस पूरे कैम्पेन में मतदाता जागरूकता प्रभारी गिरीश गुप्ता भी उपस्थित रहे और उन्होंने इस कैम्पेन के लिए ईटीव्ही भारत का आभार व्यक्त किया, साथ ही बताया की किस तरह से मतदाता जागरूकता के लिये जिला प्रशासन एक मुहिम के तहत प्रायस कर रहा है।


वाकथ्रू

देश दीपक गुप्ता सरगुजा




Body:सरगुजा : लोकतंत्र के महापर्व का हिस्सा बनना भारतीय गणतंत्र के हर नागरिक का ना सिर्फ अधिकार है बल्कि एक महत्वपूर्ण कर्तव्य भी है, 5 साल के लिये हम अपने देश की सरकार, यानी की भारत भाग्य विधाता चुनते है, और ऐसे में हमारा एक वोट ही बहोत कीमती होता है इस देश की दशा और दिशा बदलने में, लिहाजा इससे आवश्यक काम मतदान के दिन और कोई दूसरा होना ही नही चाहिए, लेकिन शिक्षा और साक्षरता दोनो होने के बावजूद भी ना जाने क्यों मतदान का प्रतिशत कभी भी शत प्रतिशत नही होता है, लोग मतदान करने से बचते हैं, ऐसे लोग जो मतदान के प्रतिशत को कम करने के कारक बनते है उनकी प्राथमिकता मतदान से अधिक कुछ और होती हैं, वहीं ताजज्जुब की बात तो यह है की चुनाव में ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान के प्रति जागरूकता अधिक देखी जाती है जबकी शहरी क्षेत्रों में कम, जबकी ठीक इसके उलट शिक्षा और साक्षरता के क्षेत्र में शहरी क्षेत्र ग्रामीणों से कहीं आगे हैं, अर्थात शिक्षित लोग ही मतदान से बचते हैं, इस संबंध में एक्पर्ट का मानना है की निर्वाचन के लिये निर्वाचन आयोग लोगो को एक दिन का अवकाश देता है, और लोग उसका दुरुपयोग करते है, शासकीय सेवा सहित निजी संस्थान भी मतदान के लिये अवकाश देते हैं लेकिन लोग अवकाश में मतदान ना कर आउटिंग पर जाते है, पिकनिक जैसे व्यक्तिगत कार्यो में अपना समय गंवाते हैं।

बहरहाल शहरी क्षेत्र में मतदान के प्रति जागरूकता लाने ईटीव्ही भारत ने भी एक प्रयास किया और सरगुजा जिला प्रशासन के साथ मिलकर सरगुजा मुख्यालय अम्बिकापुर में लोगो को मतदान के प्रति जागरूक किया, जिला प्रशासन के द्वारा चलाये जा रहे मतदाता जागरूकता अभियान के प्रभारी गिरीश गुप्ता सहित, अलग अलग क्षेत्र के मतदान आइकॉन इस कैंपेन का हिस्सा बने और शहरी लोगो को मतदान के लिये प्रेरित किया।

इस दौरान दिव्यांग आइकॉन का मानना है की दिव्यांग मतदाताओ के लिये पोलिंग बूथ तक जाने के लिए वाहन की व्यवस्था निर्वाचन आयोग द्वारा की जानी चाहिए, वहीं मतदान केंद्रों में व्हील चेयर को मतदान केन्द्र से बाहर रखने का नवाचार इस लोकसभा चुनाव में किया जाना है।

वहीं थर्ड जेंडर मतदाता आइकॉन ने बताया की उनके समाज के लोग पहले बस नाच गाने में ही व्यस्त रहते हैं लेकिन वो धीरे धीरे उनमे जागरूकता ला रही हैं और अब किन्नर समाज भी मतदान में ना सिर्फ हिस्सा बनता है बल्कि समाज के अन्य लोगो को भी मतदान के लिये प्रेरित करता है, किन्नर समाज के सामने आम मतदान केंद्रों में मतदान करना एक चुनौती जैसा था, पुरुषों के बीच वो खुद को असहज महसूस करते थे लेकिन अब संगवारी बूथ बनने से वो महिलाओ के साथ मतदान कर अच्छा महसूस करते हैं।

इधर यूथ आइकॉन का मानना है की मतदाता जागरूकता के लिए युवा ही बड़ी क्रांति ला सकते हैं, क्योकी युवाओ की संख्या भी अधिक हैं और युवा एक सैनिक की तरह लोगो को मतदान के लिए जागरूक कर सकता है, क्योकी मतदान हम किसी औऱ के लिए नही बल्कि खुद का भविष्य तय करने के लिए करते हैं।

इस पूरे कैम्पेन में मतदाता जागरूकता प्रभारी गिरीश गुप्ता भी उपस्थित रहे और उन्होंने इस कैम्पेन के लिए ईटीव्ही भारत का आभार व्यक्त किया, साथ ही बताया की किस तरह से मतदाता जागरूकता के लिये जिला प्रशासन एक मुहिम के तहत प्रायस कर रहा है।


वाकथ्रू

देश दीपक गुप्ता सरगुजा




Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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